अहमदाबाद विमान दुर्घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन

New Delhi, 14 जून . Gujarat के Ahmedabad से 12 जून को गैटविक एयरपोर्ट (लंदन) जा रहा एयर इंडिया का विमान (फ्लाइट नंबर एआई-171) उड़ान भरने के तुरंत बाद Ahmedabad एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए केंद्र Government ने केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति गठित की है.

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने Saturday को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि समिति तीन महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. यह जांच विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा अलग-अलग की जा रही जांच के अतिरिक्त होगी. साथ ही समिति भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के उपाय भी सुझाएगी.

केंद्रीय गृह सचिव के अलावा समिति में राज्य और केंद्र Governmentों से संयुक्त सचिव स्तर के या उससे ऊपर रैंक के अधिकारी शामिल होंगे. समिति ऐसी घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए जारी मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) और दिशा-निर्देशों की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश सुझाएगी. समिति संबंधित संगठनों द्वारा की जा रही अन्य जांच का विकल्प नहीं होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए एसओपी तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी.

यह समिति तकनीकी खराबी, मानवीय भूल, मौसम की स्थिति, नियमों का पालन और अन्य कारणों का आकलन करेगी.

इस समिति में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव/संयुक्त सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव, Gujarat के गृह विभाग के प्रतिनिधि और राज्य आपदा प्रतिक्रिया प्राधिकरण के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. Ahmedabad के Police आयुक्त, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक (निरीक्षण एवं सुरक्षा), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के महानिदेशक, आईबी के विशेष निदेशक और फोरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय के निदेशक शामिल होंगे.

समिति जरूरत पड़ने पर किसी अन्य सदस्य की भी सेवा ले सकती है, जिसमें विमानन विशेषज्ञ, दुर्घटना जांचकर्ता और कानूनी सलाहकार शामिल हैं.

Ahmedabad में एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटना को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने Saturday को कहा कि भारतीय बेड़े में शामिल 34 ड्रीमलाइनर विमानों में से आठ का निरीक्षण पहले ही किया जा चुका है और शेष विमानों की जांच तत्काल पूरी कर ली जाएगी.

Union Minister ने इस बात पर जोर दिया कि Government ने India में सभी ड्रीमलाइनर विमानों की सख्त सुरक्षा जांच शुरू कर दी है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री ने कहा, “हमने डीजीसीए को सभी बोइंग 787 विमानों की गहन निगरानी करने का निर्देश दिया है. मंत्रालय इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रहा है.”

Union Minister ने कहा, “Ahmedabad एयरपोर्ट के पास जो कुछ हुआ, उससे पूरा देश स्तब्ध है और मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.”

इससे पहले दिन में मंत्री ने मौजूदा सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और अन्य विमानन निकायों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए. चल रही जांच को मजबूत करने के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने दो नए विशेषज्ञों को शामिल किया है. इनमें से एक फोरेंसिक विश्लेषण में और दूसरा मेडिकल जांच में विशेषज्ञता रखते हैं.

जीकेटी/एकेजे