स्वतंत्रता दिवस को लेकर नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

गुवाहाटी, 14 अगस्त . 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर Friday को होने वाले समारोह से पहले Thursday को पूरे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में अतिरिक्त बलों की तैनाती और निगरानी बढ़ाकर सुरक्षा और सख्त कर दी गई है.

मणिपुर में इंफाल घाटी से लेकर पहाड़ी इलाकों तक, राज्य की राजधानी इंफाल समेत, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में सेना, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और मणिपुर पुलिस की बड़ी तैनाती की गई है ताकि मई 2023 से जारी जातीय तनाव की स्थिति में शांतिपूर्ण आयोजन हो सके.

राज्य के मुख्य समारोह का आयोजन इंफाल के फर्स्ट मणिपुर राइफल्स ग्राउंड में होगा. सुरक्षा के तहत विभिन्न रणनीतिक स्थानों पर मोबाइल चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां वाहनों की जांच और यात्रियों की तलाशी ली जा रही है. कुछ प्रतिबंधित संगठनों ने पहले की तरह इस बार भी स्वतंत्रता दिवस के विरोध में Friday को बंद का आह्वान किया है. पूर्व Chief Minister एन. बीरेन सिंह और भाजपा मणिपुर अध्यक्ष अधिकारिमयुम शारदा देवी ने इंफाल पूर्व के लुवांगसांगबम से विशाल तिरंगा रैली निकाली.

मेघालय में बीएसएफ ने 443 किलोमीटर लंबे भारत-बांग्लादेश सीमा के संवेदनशील हिस्सों को सील कर दिया है. यह कदम हाल ही में दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स जिले में बांग्लादेशी हथियारबंद घुसपैठियों के हमले के बाद उठाया गया, जिसमें एक ग्रामीण घायल हुआ और संपत्ति को नुकसान पहुंचा. 8 अगस्त को 8-10 घुसपैठियों ने गांव में हमला किया, जिसके बाद 9 से 11 अगस्त के बीच बीएसएफ और मेघालय पुलिस ने छह बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया. उनके पास से हथियार, संचार उपकरण, मुद्रा, विस्फोटक जैसी संदिग्ध वस्तुएं और हथकड़ी बरामद की गईं.

सीमा से लगे जिलों में जिला प्रशासन ने भारत-बांग्लादेश और भारत-म्यांमार सीमा पर आवागमन व कुछ वस्तुओं की ढुलाई पर सख्त पाबंदियां लगाई हैं. भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत सूर्यास्त से सूर्योदय तक अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर के दायरे में लोगों की आवाजाही पर रोक है.

बीएसएफ ने असम, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम से लगी 1880 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर गश्त तेज कर दी है, जबकि असम राइफल्स ने मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड से लगी 1643 किमी लंबी भारत-म्यांमार सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है.

त्रिपुरा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस से पहले भले ही किसी उग्रवादी संगठन या शत्रुतापूर्ण तत्व से कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, बाजारों, मॉल और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. रात में गश्त बढ़ा दी गई है और बम व डॉग स्क्वॉड लगातार जांच कर रहे हैं.

असम राइफल्स के एक अधिकारी ने बताया कि मिजोरम में भारत-म्यांमार की बिना बाड़ वाली सीमा पर भी जवान हाई अलर्ट पर हैं. बढ़ी हुई चौकसी के चलते हाल के समय में इस मार्ग से ड्रग और हथियारों की तस्करी में काफी कमी आई है.

डीएससी/