बेरूत, 6 दिसम्बर . हिजबुल्लाह नेता शेख नईम कासिम ने टेलीविजन पर दिए भाषण में कहा कि विद्रोही बलों के बढ़ते हमलों के बीच हिजबुल्लाह सीरियाई सरकार का समर्थन करेगा.
हालांकि कासिम ने समर्थन के स्वरूप को स्पष्ट नहीं किया, लेकिन उन्होंने गुरुवार को आश्वासन दिया कि हिजबुल्लाह ‘वह सब करेगा जो वह कर सकता है.’
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कासिम ने अमेरिका और इजरायल पर गाजा में अपनी विफलता के कारण सीरिया के खिलाफ आक्रामकता भड़काने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘आतंकवादी गुट’ इसको बाधित करना चाहता है.
उन्होंने चेतावनी दी, ‘हम मध्य पूर्व के खिलाफ एक खतरनाक इजरायली अभियान का सामना कर रहे हैं.’
उनका कमेंट सीरियाई विपक्षी बलों द्वारा मध्य सीरिया में रणनीतिक शहर होम्स पर कब्जा करने के कुछ घंटों बाद आया. विद्रोहियों ने पहले के हमलों में सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया था.
इससे पहले सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने बुधवार को सैन्य कर्मियों के वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि का आदेश जारी किया था. ये ऐलान ऐसे समय में किया गया जब सरकारी बल, उत्तरी और मध्य सीरिया में कई मोर्चों पर विद्रोही गुटों के साथ भीषण लड़ाई में लगे हुए हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जारी आदेश के अनुसार, सैलरी हाइक सभी सैन्य कर्मियों पर लागू होगी. वेतन वृद्धि आदेश जारी होने की तारीख से उनके मूल वेतन में जोड़ दी जाएगी.
सैलरी हाइक ऐसे समय में की गई जब सीरियाई सरकारी सेना हामा, अलेप्पो और इदलिब प्रांतों सहित प्रमुख क्षेत्रों में विद्रोही गुटों के खिलाफ अभियान तेज कर रही है.
विद्रोही गुटों ने पिछले सप्ताह से उत्तरी सीरिया पर अपने हमले तेज कर दिए थे और सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्ज़ा कर लिया था.
संघर्ष के बीच यूएन की एक रिपोर्ट चर्चा में है. ‘एक्स’ पोस्ट के अनुसार, ‘यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम’ ने बताया कि हाल ही में हुई हिंसा के कारण 2,80,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं.
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एससीएच