हेमंत सोरेन का हिमंत सरमा से सवाल, ‘असम में रह रहे झारखंड के आदिवासियों को एसटी का दर्जा क्यों नहीं दिया?’

रांची, 25 सितंबर . झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने बुधवार को असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर जुबानी हमला बोला.

साहिबगंज जिले के भोगनाडीह गांव में ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ”असम के मुख्यमंत्री झारखंड में घूम रहे हैं. इन्होंने असम में रह रहे झारखंड के आदिवासियों को एसटी का दर्जा नहीं दिया. हमारे आदिवासी भाई-बहनों को वहां अधिकार नहीं दिया गया है. उन्हें भूखा मरने के लिए छोड़ दिया गया है. ये बताएं, क्यों झारखंड के आदिवासी परिवारों को हक-अधिकार नहीं दिया जा रहा है?”

सोरेन ने कहा, ”भाजपा के लोगों ने हमारी सरकार के कामकाज में अड़ंगा लगाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर दी है. लेकिन, जनता का आशीर्वाद हमें विरोधियों के विरुद्ध लड़ने की शक्ति देता है. झारखंड वीरों का राज्य है. हम लोग जब तक लड़ते हैं, तब तक जीवित रहते हैं. अगर हम ऐसी लड़ाई नहीं लड़ेंगे तो जिस तरह अंग्रेजों ने हमको अलग-अलग क्षेत्रों में बांट दिया, उसी तरह ये व्यापारी हमारा वही हाल कर देंगे.”

मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा, ”इनका काम ही है- नेताओं को खरीदो और उनका दुरुपयोग करो. हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई की बातें अब शुरू होंगी. गांव-गांव में ये यही सब करेंगे. कई मंदिरों, मस्जिदों में ये असामाजिक तत्वों के जरिए साजिश रचने की कोशिश करेंगे. याद रखियेगा जो लोग इस तरह का कार्य करेगा, उन लोगों को पकड़कर रखियेगा और पुलिस के हवाले कर दीजियेगा. किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है.”

भाजपा की ओर से उठाए जा रहे संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में बदलाव के मुद्दे पर पलटवार करते हुए सोरेन ने कहा कि ये लोग सौहार्द्र बिगाड़ने के लिए ऐसा कर रहे हैं. वे लोग भारत सरकार का आंकड़ा निकालकर देख लें कि किन जिलों और किन राज्यों में किस तरह से जनसंख्या के आंकड़ों में बदलाव हुआ है. जब लोग एक साथ अमन-चैन से रहते हैं, तो उन्हें अच्छा नहीं लगता है. जहां-जहां लोग लड़ते हैं, वहां इनकी राजनीति की रोटी पकती है. इन्हें गांव में घुसने नहीं देना है. ये लोग पैसा, हड़िया, शराब लेकर आएंगे. जनता ऐसे लोगों को पहचान ले. इन्हें करारा जवाब देना है.

एसएनसी/एबीएम