रांची, 16 अक्टूबर . झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार देर शाम सोशल मीडिया पर दो किस्तों में लंबा पोस्ट लिखकर विपक्षी भाजपा पर जोरदार प्रहार किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमें भाजपा और विपक्ष के “धनतंत्र, झूठ, साजिश और समाज को तोड़ने वाली राजनीति” के खिलाफ मिलकर लड़ना है. सोरेन ने जेल से लौटकर दोबारा मुख्यमंत्री के तौर पर 100 दिन का कार्यकाल पूरा करने पर अपने कामकाज भी गिनाए हैं.
उन्होंने एक्स पर लिखा है, “दिसंबर 2019 में झारखंड की अपनी महान जनता के आशीर्वाद से मैंने राज्य की बागडोर संभाली. मकसद एक ही था कि झारखंड रूपी पेड़ को सिंचित कर इसकी जड़ें मजबूत करना. इस पेड़ को भाजपा ने 20 साल तक दोनों हाथों से लूटने, सुखाने और इसकी जड़ों पर मट्ठा डालने का काम किया था.”
सोरेन ने आगे लिखा, “20 साल के ‘युवा झारखंड’ में हमारे गरीब, वंचित और शोषित वर्ग के लोग सामाजिक सुरक्षा जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए तरसते थे, हमारे आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक खोई हुई पहचान के लिए तरसते थे, हमारे राज्य के नौनिहाल अच्छी शिक्षा के लिए तरसते थे, हमारे होनहार युवा नौकरी और रोजगार के लिए तरसते थे, हमारे मेहनतकश किसान कर्ज के बोझ तले दबे जाते थे, हमारी माताएं-बहनें मान-सम्मान और स्वाभिमान के लिए तरसती थीं, हमारे मजदूर भाई-बहन अपनी पहचान के लिए तरसते थे, हमारे जल-जंगल-जमीन अपनी अस्मिता के लिए तरसते थे.”
उन्होंने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, “झारखंड के केंद्र के पास एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया के लिए मैंने आवाज उठाई तो मुझे जेल में डाल दिया गया. मेरा गुनाह इतना ही था कि मैं झारखंड के लोगों की सेवा कर रहा था, अपने लोगों को हक-अधिकार दे रहा था. अगर मेरा ऐसा करना गुनाह है तो यह गुनाह में बार-बार करता रहूंगा. झारखंड न कभी किसी के आगे झुका है न उसे कभी किसी के आगे झुकने दिया जाएगा.”
सोरेन ने कहा है कि सरकार गठन के बाद से विपक्ष द्वारा फैलाए गए हर षड्यंत्र, हर बाधा, हर झूठ को मात देने का काम हुआ है. उन्हें हर उपचुनाव में भी हमने मात दिया. और यह मेरे सभी झारखंड वासियों के साथ और आशीर्वाद से हुआ है. लेकिन मुझे पता है कि अभी भी कई क्षेत्र में बहुत कुछ करना बाकी है. विपक्ष ने 20 साल तक राज्य को इतना पिछड़ा बनाया, इसे आगे ले जाने के लिए अभी कई गुना जोर लगाना है.
झारखंड के मुख्यमंत्री ने 2020 में कोविड के लॉकडाउन के दौरान राज्य के प्रवासी लोगों को झारखंड वापस लाने, उनकी सहायता के लिए उठाए गए कदम, देश में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए झारखंड की ओर से उठाए गए कदमों का विस्तार से उल्लेख किया है. उन्होंने सरकार की ओर से शुरू की गई बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलांबर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, सर्वजन पेंशन योजना, हरा राशन कार्ड, सोना सोबरन धोती-साड़ी योजना, अबुआ आवास योजना के बारे में भी सोशल मीडिया पर विस्तार से लिखा है.”
उन्होंने युवाओं को नौकरी और रोजगार से जोड़ने के लिए नियमावलियों के निर्माण, नियोजन नीति और निजी क्षेत्र में स्थानीय लोगों को रोजगार हेतु 75 प्रतिशत आरक्षण लागू करने जैसे कार्यों का भी जिक्र किया है.
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एसएनसी/एकेजे