रांची, 4 सितंबर . झारखंड में विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले प्रदेश के हेमंत सोरेन सरकार ने बुधवार को रांची में एक बड़ा ‘शक्ति प्रदर्शन’ किया. यूं तो यह कार्यक्रम ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ की लाभार्थियों से संवाद के लिए आयोजित हुआ, लेकिन इसमें हेमंत सोरेन ने अपने भाषण का बड़ा हिस्सा सियासी मुद्दों पर केंद्रित रखा.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस कार्यक्रम ने राज्य में पिछले सभी कार्यक्रमों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शहर के नामकुम खोजा टोली ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची लाभार्थियों के बैठने के लिए करीब तीन लाख वर्ग फीट एरिया का पंडाल बनाया गया था. तमाम कुर्सियां भरी थी, इस हिसाब से अनुमान लगाया गया है कि करीब दो लाख महिलाएं कार्यक्रम में शामिल हुईं.
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के पांच जिलों रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा से योजना की लाभार्थियों को लाने के लिए हजारों गाड़ियां गांव-गांव भेजी गई थी. अफसरों ने बाकायदा आदेश जारी सभी प्राइवेट-सरकारी स्कूलों की बसें मंगाई थी. अकेले रांची में करीब 2 हजार बड़ी बसें लगाई गई थी. इस कारण रांची के ज्यादातर स्कूल बुधवार को बंद रहे या फिर छात्रों के लिए बस सेवाएं उपलब्ध नहीं रही. पुलिस-प्रशासन तंत्र महिलाओं को कार्यक्रम स्थल तक लाने और चाक-चौबंद इंतजाम को लेकर चौकस दिखा.
राज्य के डीजीपी सहित पुलिस-प्रशासन के कई आला अफसर कार्यक्रम के दौरान मंच और पंडाल में मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान सीएम सोरेन ने महिलाओं से लेकर छात्राओं, युवाओं से लेकर बुजुर्गों और मजदूरों से लेकर किसानों तक के लिए अपनी सरकार के काम गिनाए. वह लोकलुभावन वादों के जरिए हर तबके को साधने की कोशिश करते दिखे.
उन्होंने ऐलान किया कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में अब लाभार्थियों की न्यूनतम उम्र सीमा 21 से घटाकर 18 साल कर दी जाएगी. फिलहाल, इस योजना के तहत 21 से लेकर 49 साल तक की महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे जा रहे हैं. राज्य की 45 लाख से ज्यादा महिलाओं के बैंक खाते में यह रकम भेज दी गई है.
सीएम सोरेन ने कहा कि अगर प्रदेश में फिर से हमारी सरकार बनती है तो हम हर महिला के बैंक खाते में सालाना एक लाख रुपए भेजेंगे.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें झूठे मामले में जेल भेजा गया, अदालत में वह मामला टिक नहीं पाया. अब विपक्ष में एक साथ पांच-पांच पूर्व सीएम इकट्ठे हो गए हैं. ये लोग मिलकर हमारा शिकार करना चाहते हैं. लेकिन, उन्हें पता नहीं है कि इस बार उन्होंने कुछ किया तो सामने बैठी दीदियां उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगी.
हेमंत सोरेन ने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का नाम लिए बिना उन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “असम के एक नेता ने हिंदू-मुस्लिम को बांटने और सांप्रदायिकता का जहर फैलाने में सबसे बड़ी डिग्री हासिल कर रखी है. उनसे अपना राज्य असम संभल नहीं रहा है. बांग्लादेशी घुसपैठिए उनके राज्य के रास्ते घुस रहे हैं. वे खुद यह बात कहते हैं, लेकिन उन्हें रोकने के बजाय वह हमारे उपर आरोप लगा रहे हैं.”
सीएम की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन ने कार्यक्रम में आई महिलाओं से नारा लगवाया, “जेल का ताला टूट गया, हेमंत सोरेन छूट गया.” कल्पना सोरेन ने कहा कि हमारी चुनावी तैयारी शुरू हो चुकी है. आज के कार्यक्रम से अंदाजा लगा लीजिए कि जब हमारा आगाज ऐसा है तो अंजाम कैसा होगा. कार्यक्रम में मंच पर हेमंत सरकार के मंत्रियों के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित गठबंधन के कई नेताओं की मौजूदगी रही.
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एसएनसी/पीएसके