उड़िया भाषा-भाषियों के साथ दोयम दर्जे का सलूक कर रही हेमंत सरकार : मोहन चरण माझी

चाईबासा, 30 सितंबर . ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर उड़िया भाषा बोलने वाले लोगों के साथ दोयम दर्जे का सलूक करने का आरोप लगाया है.

सोमवार को झारखंड के कोल्हान प्रमंडल अंतर्गत जगरनाथपुर में भाजपा की ‘परिवर्तन सभा’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ओडिशा और झारखंड दो अलग राज्य होते हुए भी एक जान के जैसे हैं. कभी ये दोनों एक राज्य का हिस्सा हुआ करते थे. राज्य में उड़िया भाषा बोलने वालों की बड़ी संख्या है. लेकिन, हेमंत सरकार का इस भाषा की तरफ कोई ध्यान नहीं है. हेमंत सरकार यहां उड़िया के शिक्षकों की बहाली नहीं कर रही. वह षड्यंत्र रच रही है कि झारखंड में उड़िया भाषा नहीं रहे.

माझी ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने पर राज्य की 136 स्कूलों में उड़िया शिक्षकों के निवेदन को स्वीकार करते हुए उनका मानदेय 3 हजार से बढ़ाकर 6 हजार किया जाएगा, शिक्षकों का बकाया पैसा भी दिया जाएगा. यहां के उड़िया छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तकें भी दी जाएंगी.

माझी ने झारखंड के किसानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि यहां खेतिहरों किसानों की न्यूनतम मासिक आय मात्र 4,400 रुपया है, यह देश में सबसे कम है. इसके लिए राज्य की हेमंत सरकार जिम्मेदार है, इसलिए झारखंड में भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है.

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की सरकार जो कहती है, वह करती है. कुछ महीने पहले ही ओडिशा में भाजपा की सरकार बनी. वहां हमने जनता से जो वादे किए, उसे पूरा कर रहे हैं. उन्होंने वादा किया कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी तो महिलाओं के बैंक खाते में ‘आयो गोगो दीदी योजना’ के तहत 2,100 रुपये दिए जाएंगे.

एसएनसी/एबीएम