कोलकाता, 25 मई . लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में शनिवार को मतदान के पहले घंटे से ही पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से तनाव और हिंसा की खबरें आनेे लगीं थीं. इस दौरान राज्य की आठ लोकसभा सीटों पर 70.19 फीसद मतदान हुआ.
दोपहर एक बजे तक तनाव और हिंसा की ऐसी खबरें मुख्य रूप से पूर्वी मिदनापुर जिले के तमलुक लोकसभा क्षेत्र, मेदिनीपुर और पश्चिम मिदनापुर जिले के घाटल निर्वाचन क्षेत्र तक ही सीमित थीं, लेकिन बाद में आदिवासी बहुल झाड़ग्राम निर्वाचन क्षेत्र से भी ऐसी ही खबरें आने लगीं.
झाड़ग्राम से भाजपा उम्मीदवार प्रणत टुडू जब गरबेटा के एक गांव में पहुंचे, तो 200 तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनके वाहन को रोक दिया. इनमें महिलाएं भी शामिल थीं. पहले उन्होंने ‘गो-बैक’ के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और फिर उनके वाहन पर पत्थर और ईंटें फेंकना शुरू कर दिया.
हमला इतना अचानक कि टुडू की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी शुरू में घबरा गए. टुडू की गाड़ी का शीशा टूट गया और उनके सिर पर भी हल्की चोटें आईं. सीएपीएफ ने किसी तरह उन्हें वहां से निकाला और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां उन्हें प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई.
उधर, तमलुक से भाजपा उम्मीदवार और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर अनावश्यक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए म्योना में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
घाटल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत डेबरा में सीएपीएफ जवान पर स्थानीय महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद तनाव बढ़ गया. मामला पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के संज्ञान में लाया गया. अधिकारी ने जवान को चुनाव ड्यूटी से तत्काल हटाने का आदेश दिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया .
सीईओ कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, दोपहर तीन बजे तक, बिष्णुपुर में सबसे अधिक 73.55 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके बाद झाडग्राम में 73.26, तमलुक में 71, 63, कांथी और घाटल में 71.34, मेदिनीपुर में 67.91, बांकुरा में 67.41 और पुरुलिया में सबसे कम 66.06 प्रतिशत तदान हुआ.
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