हिमाचल : कांगड़ा में बारिश से भारी नुकसान, चंडीगढ़-मनाली हाईवे के जल्द खुलने की उम्मीद

मंडी/कांगड़ा, 5 सितंबर . Himachal Pradesh के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के बीच अब हालात सामान्य होने लगे हैं. मंडी में लगातार पांच दिनों की मूसलाधार बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है. ब्यास नदी का जलस्तर भी कम होने से स्थिति सामान्य हो रही है.

जानकारी के अनुसार, पिछले पांच दिनों से भूस्खलन के कारण बंद पड़े चंडीगढ़-मनाली हाईवे के खुलने की संभावना है. मलबे को हटाने के लिए मशीनरी लगातार काम कर रही है. साथ ही झलौगी में फंसे वाहनों को मंडी की ओर भेज दिया गया है.

मौसम विज्ञान केंद्र ने Himachal Pradesh के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है.

इस बीच, कांगड़ा जिले के नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. गेही लगोड पंचायत में कई गरीब परिवारों के कच्चे मकान ढह गए हैं.

पीड़ित राय सिंह ने बताया कि भारी बारिश के कारण मेरा मकान गिर गया और इस वजह से सारा सामान मलबे में दब गया है. पटवारी ने घटनास्थल का जायजा लिया है, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली.

एक महिला ने कहा, “मेरा मकान गिर गया है. मैंने Prime Minister आवास योजना के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन कोई ग्रांट नहीं मिली. मैंने 50,000 रुपए का कर्ज लेकर एक छोटा कमरा बनाना शुरू किया है. मैं अपील करती हूं कि प्रशासन मेरी मदद करे.”

भाजपा नूरपुर मंडल अध्यक्ष अनूप राणा ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें Government और प्रशासन से मदद दिलाने का भरोसा दिया. उन्होंने कहा, “कई परिवारों के मकान और सामान बारिश में बर्बाद हो गए. प्रशासन से अनुरोध है कि इन परिवारों को जल्द से जल्द राहत मुहैया कराई जाए.”

वहीं, पूर्व Chief Minister जयराम ठाकुर ने मंडी में Supreme court की हिमालयी क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन पर टिप्पणी का स्वागत किया. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि पहली बात जो समझने की है, वह यह है कि आपदा तो आपदा ही होती है. मैं Supreme court की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि अगर पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है, तो Government को इसका संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. हालांकि, इस बार भारी बारिश के कारण हमने जो तबाही देखी है, वह अलग है.”

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