New Delhi, 22 सितंबर . मेडिकल डिवाइस और फार्मा इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स ने Monday को GST 2.0 के तहत रिवाइज्ड टैक्स रेट्स के लागू होने की सराहना की. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे हेल्थकेयर पहले के मुकाबले सस्ता होगा और आसानी से उपलब्ध होगा.
इस महीने की शुरुआत में GST काउंसिल ने मेडिकल डिवाइस पर GST को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.
social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री ने GST सुधार को एक स्वस्थ, मजबूत और आत्मनिर्भर India की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया.
पोस्ट में कहा गया, “मेडिकल डिवाइस पर GST रेट को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने के लिए Prime Minister Narendra Modi को धन्यवाद. इस कदम के साथ हर नागरिक के लिए मेडिकल डिवाइस सस्ते हो जाएंगे.”
पोस्ट में आगे कहा गया, “इस ऐतिहासिक सुधार की वजह से इलाज की लागत कम होगी और आवश्यक हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी की पूरे India में पहुंच बढ़ेगी.”
एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री ने यह भी वादा किया कि वह देश भर में मरीजों, अस्पतालों और लैब को किफायती, हाई-क्वालिटी मेड इन इंडिया डिवाइस उपलब्ध करवा कर लाभ पहुंचाएगा.”
GST सुधार के साथ 12 प्रतिशत टैक्स वाली अधिकांश दवाएं अब केवल 5 प्रतिशत GST के दायरे में आ गई हैं.
इसके अलावा, कैंसर, जेनेटिक और दुर्लभ बीमारियों और हृदय रोगों के लिए 36 महत्वपूर्ण जीवनरक्षक दवाओं को पूरी तरह से छूट दे दी गई है.
GST काउंसिल ने हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम, ग्लूकोमीटर और चश्मे पर टैक्स स्लैब को भी रिवाइज किया है.
इंडियन फार्मास्यूटिकल अलायंस (आईपीए) के महासचिव सुदर्शन जैन ने कहा कि इससे मरीजों को सीधे बचत होगी और परिवारों पर से बोझ कम होगा.
जैन ने कहा, “ये कदम India के हेल्थकेयर क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे. इससे मरीजों को सीधे बचत होगी, परिवारों पर से बोझ कम होगा, आवश्यक देखभाल तक पहुंच में सुधार होगा और हेल्थकेयर सुरक्षा मजबूत होगी.”
उन्होंने कहा कि 23 प्रमुख रिसर्च-आधारित कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला आईपीए यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि ये लाभ नागरिकों तक तेजी से और पारदर्शिता के साथ पहुंचे. साथ ही, सभी के लिए किफायती और सुलभ हेल्थकेयर का उनका मिशन आगे बढ़े.
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