पूरे दिन करते हैं चुनाव प्रचार, लेकिन जेल जाने की बारी आने पर केजरीवाल की तबीयत हो जाती है खराब : सिरसा

नई दिल्ली, 27 मई . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत खत्म होने के बाद दो जून को सरेंडर करना है. लेकिन उससे पहले ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर बीमारी की बात कहते हुए अंतरिम जमानत को सात दिन के लिए और बढ़ाने का अनुरोध किया है.

अरविंद केजरीवाल की याचिका की तीखी आलोचना करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि वह पूरे दिन चुनाव प्रचार करते हैं लेकिन जेल जाने की बारी आने पर उनकी तबियत खराब हो जाती है.

उन्होंने यह भी दावा किया कि केजरीवाल की अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका से यह भी स्पष्ट हो गया है कि केंद्र में इंडी गठबंधन की सरकार बनने नहीं जा रही है, जैसा दावा जेल से बाहर आने के बाद वह लगातार कर रहे हैं.

सिरसा ने केजरीवाल की याचिका पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि उनकी तबियत ठीक नहीं है और मेडिकल ग्राउंड पर उनकी अंतरिम जमानत को बढ़ा दिया जाए. हैरानी इस बात की है कि जो आदमी तंदुरुस्त बाहर घूमते हैं, सारा दिन चुनाव प्रचार करते हैं, प्रधानमंत्री मोदी और सारे देश की आलोचना करते हैं, उनके जब जेल जाने की बारी आती है तो तबीयत खराब हो जाती है.

भाजपा राष्ट्रीय सचिव ने लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की बड़ी जीत का दावा करते हुए यह भी कहा कि कल तक केजरीवाल कहते थे कि उनके गठबंधन को सवा तीन सौ सीटें आ रही हैं और अगर इंडी गठबंधन की सरकार बनी तो उन्हें जेल नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन अब उनकी याचिका से एक बात स्पष्ट हो गई है कि देश में इंडी गठबंधन की सरकार नहीं बनने जा रही है और पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में भाजपा की फिर से सरकार बनने जा रही है और अब अरविंद केजरीवाल को फिर से जेल भी जाना पड़ेगा, इसलिए वह जमानत मांग रहे हैं.

एसटीपी/