लखनऊ, 21 फरवरी . हाथरस कांड की जांच के लिए बनी न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर साकार नारायण हरि के वकील एपी सिंह ने कहा कि हाथरस में 2 जुलाई 2024 को हुई घटना की रिपोर्ट आ गई है. उसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है.
अधिवक्ता एपी सिंह ने कहा कि नारायण साकार हरि को लोग भोले बाबा भी कहते हैं. वह मानव मिलन समागम के जरिए सत्य के साथ की बातें करते हैं. उन्हें त्रिसदस्यीय आयोग की रिपोर्ट में क्लीन चिट दे दी गई है. मैंने पहले भी कहा था कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा कि हमने धैर्य, सहनशीलता और सत्य के साथ रिपोर्ट का इंतजार किया. आयोग ने 1,100 प्रत्यक्षदर्शियों के हलफनामों और 500 गवाहों की जांच की. इसके बाद न्यायिक आयोग की रिपोर्ट आ गई है. इस रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर भी रखा जाएगा. इसके बाद ऐसा मैकेनिज्म बनाने की बात हो रही है, जिससे पता चले कि ऐसे आयोजनों में आयोजक, सरकार, पुलिस-प्रशासन और सेवादारों को क्या व्यवस्था करनी पड़ेगी?
उन्होंने बताया कि समागम में कुछ भी गलत नहीं था. कुछ षड्यंत्रकारियों ने साकार नारायण हरि, सनातन धर्म और उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश की. उसका भी रिपोर्ट में पर्दाफाश हुआ है, जो जल्द ही विधानसभा के पटल पर रखकर आगे की कार्यवाही की जाएगी. जो भोले बाबा पर आरोप लगा रहे थे, वो सभी झूठे साबित हो गए. नारायण हरि को क्लीन चिट मिली है. यह नारायण हरि के करोड़ों अनुयायियों की जीत है. यह मानव धर्म की जीत है. सरकार और आयोग को धन्यवाद.
बता दें कि यूपी के हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में 2 जुलाई 2024 को साकार नारायण हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 121 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना की न्यायिक जांच पूरी हो गई है. आयोग ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है.
सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट की बैठक में गुरुवार को जांच रिपोर्ट रखी गई. माना जा रहा है कि बजट सत्र में जांच रिपोर्ट सदन में पेश की जा सकती है. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर हाथरस की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया था.
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विकेटी/एबीएम