नूंह, 27 सितंबर . हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसके लिए चुनाव आयोग ने भी कमर कस ली है. इसी क्रम में राज्य के नूंह जिले में वृद्ध और विकलांग लोगों के लिए उनके घर पर मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई गई. मतदान कर्मियों ने 23 से 25 सितंबर तक ऐसे लोगों के घर जाकर मतदान कराया. राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी.
नूंह जिला निर्वाचन अधिकारी और उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने पहली बार 85 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजनों के लिए घर पर मतदान की सुविधा प्रदान की है. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए नूंह जिले के 327 मतदाताओं ने फार्म 12 (डी) भरा था. इनमें से 256 मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के थे, जबकि 71 दिव्यांग मतदाताओं ने इस सुविधा के लिए आवेदन किया.
इसके तहत 23, 24 और 25 सितंबर को 327 बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्तियों का मतदान कराया गया. सभी बुजुर्ग 85 वर्ष की आयु सीमा पार कर चुके थे. घर पर वोटिंग के लिए जिन पात्र लोगों ने अपनी अनुमति नहीं दी थी, वे 5 अक्टूबर को मतदान केंद्र जाकर मतदान करेंगे. फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र में यह संख्या 148 रही, जबकि पुन्हाना विधानसभा क्षेत्र से 30 मतदाताओं ने घर पर ही मतदान किया. दिव्यांग मतदाताओं के मामले में नूंह विधानसभा क्षेत्र से 15, फिरोजपुर झिरका से 55 ने घर से वोट डाला, लेकिन पुन्हाना विधानसभा क्षेत्र से कोई दिव्यांग मतदाता घर पर मतदान नहीं कर पाया.
बता दें कि इस प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने मोबाइल पोलिंग टीमों का गठन किया था. प्रत्येक पोलिंग पार्टी में एक सेक्टर ऑफिसर, बीएलओ, पीठासीन अधिकारी, पोलिंग अधिकारी, माइक्रो ऑब्जर्वर, वीडियोग्राफर और पुलिसकर्मी शामिल थे. इन पोलिंग पार्टियों ने संबंधित मतदाता के निवास स्थान पर जाकर बैलेट पेपर से वोट डलवाया, और इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई. इस पहल से निर्वाचन प्रक्रिया को और भी अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाया जा रहा है, ताकि सभी मतदाता अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें.
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पीएसएम/एकेजे