वड़ोदरा, 12 जनवरी . रविवार को रनों का पीछा करने की कहानी अलग-अलग थी, क्योंकि हरियाणा ने फिनिश लाइन पार करने में थोड़ी लड़खड़ाहट दिखाई, जबकि विदर्भ ने आसानी से जीत हासिल की.
गुजरात के खिलाफ 197 रनों का पीछा करते हुए, हरियाणा 138 रन पर दो विकेट खोकर आगे बढ़ रहा था. लेकिन रवि बिश्नोई ने लगातार चार विकेट चटकाकर हरियाणा को मुश्किल में डाल दिया. दिनेश बाना 12 रन बनाकर नाबाद रहे और आखिरकार हरियाणा को दो विकेट से जीत दिलाने में मदद की.
दूसरे मैच में, ध्रुव शौरी और करुण नायर ने नाबाद 200 रनों की साझेदारी करके राजस्थान को ढेर कर दिया और 292 रनों के लक्ष्य को नौ विकेट रहते और काफी ओवर बचते हुए हासिल कर लिया. करुण नायर ने नाबाद 122 और ध्रुव शौरी ने नाबाद 118 रन बनाये. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 151 गेंदों में 200 रन की अविजित साझेदारी की.
15 जनवरी से होने वाले सेमीफाइनल में हरियाणा का मुकाबला कर्नाटक से होगा और फिर अगले दिन विदर्भ का सामना महाराष्ट्र से होगा.
हरियाणा-गुजरात क्वार्टरफ़ाइनल में आख़िर के ओवरों में 19 रनों के भीतर पांच विकेट गंवाने के बावजूद हरियाणा विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने में सफल रहा. क्वार्टरफ़ाइनल भिड़त में निशांत सिंधू और अनुज ठकराल की शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत हरियाणा के गेंदबाज़ों ने गुजरात को सिर्फ़ 196 रनों पर समेट दिया.
इस लक्ष्य का पीछा करते हुए अंतिम ओवरों के दौरान हरियाणा ने पांच विकेट काफ़ी जल्दी गंवा दिए, लेकिन विकेटों का यह पतझड़ उन्हें जीतने से नहीं रोक सका. अंत में उन्होंने 44 ओवर में 197 रनों के लक्ष्य को पूरा कर लिया.
197 रनों का पीछा करते हुए अर्श रंगा ने टीम को तेज़ शुरुआत दिलाते हुए 16 गेंदों में 25 रन बनाए. लेकिन वह एक अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए. उनके सलामी साझेदार हिमांशु राणा ने 66 रनों की बेहतरीन पारी खेली. उन्होंने कप्तान अंकित कुमार और पार्थ वत्स के साथ क्रमशः 54 और 55 रनों की साझेदारी की.
रवि बिश्नोई ने राणा का विकेट निकाल गुजरात को वापसी करने का मौक़ा ज़रूर दिया था, लेकिन वत्स ने सिंधू के साथ 35 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी करते हुए मैच को गुजरात की पहुंच से दूर कर दिया.
जब सिंधु का विकेट गिरा तो हरियाणा का स्कोर 173 पर दो था. हालांकि इसके बाद बिश्नोई ने एक बार फिर से काउंटर अटैक करते हुए तीन और विकेट निकाले, लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी.
वहीं दूसरी तरफ़ गुजरात की शुरुआत अच्छी हुई थी. ओपनर उर्विल पटेल और आर्य देसाई ने पहले सात ओवरों में 45 रन जोड़ दिए थे. लेकिन इसके बाद 13 गेंदों के अंदर तीन विकेट गिर गए और जल्द ही विशाल जायसवाल और अक्षर पटेल भी पवेलियन लौट गए.
हालांकि इसके बाद सौरभ चौहान और चिंतन गाजा के बीच 34 रनों की साझेदारी हुई. इसके बाद जब लगातार फिर से विकेट गिरे, तो ऐसा लग रहा था कि गुजरात के लिए 150 का आंकड़ा पार करना मुश्किल होगा. लेकिन हेमंग पटेल ने नौवें विकेट के लिए 54 रन की शानदार साझेदारी करते हुए टीम को 200 के क़रीब पहुंचा दिया. हेमंग ने 62 गेंदों पर 54 रन बनाए.
सिंधु और अनुज ठकराल ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि अंशुल काम्बोज ने दो विकेट चटकाए.
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आरआर/