New Delhi, 13 जुलाई . भारत के पूर्व विदेश सचिव और वरिष्ठ राजनयिक हर्षवर्धन श्रृंगला को राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए नामित किया है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी और जेपी नड्डा का आभार जताया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर्षवर्धन श्रृंगला की तारीफ करते हुए लिखा, “हर्षवर्धन श्रृंगला एक बेहतरीन राजनयिक, बुद्धिजीवी और रणनीतिक विचारक रहे हैं. सालों से उन्होंने भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और हमारी जी-20 अध्यक्षता को भी सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया. मुझे खुशी है कि उन्हें राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. उनके अनुभव और दृष्टिकोण से संसद की कार्यवाही और समृद्ध होगी.”
प्रधानमंत्री के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति का इस पवित्र जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद और आभार व्यक्त करता हूं. देश की सेवा करने की मेरी सदैव इच्छा रही है और सेवानिवृत्ति के बाद भी मैंने इसमें कोई कमी नहीं आने दी. इस अवसर के लिए आभारी हूं और वादा करता हूं कि मैं जनता के लिए काम करूंगा, उनके साथ खड़ा रहूंगा और उनकी आवाज बनूंगा. मैं अपने देश को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और अधिक सशक्त बनाने का प्रयास जारी रखूंगा.”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी श्रृंगला को शुभकामनाएं दीं. नड्डा ने लिखा, “हर्षवर्धन श्रृंगला को राष्ट्रपति की ओर से राज्यसभा के लिए नामित किए जाने पर हार्दिक बधाई. एक अनुभवी राजनयिक के रूप में उन्होंने भारत की सेवा पूरे समर्पण के साथ की है और जी20 अध्यक्षता को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनके वैश्विक अनुभव से उच्च सदन को मूल्यवान दृष्टिकोण हासिल होगा. उन्हें इस नई संसदीय यात्रा के लिए शुभकामनाएं.”
जेपी नड्डा के ट्वीट का जवाब देते हुए हर्षवर्धन ने लिखा, “आपके प्रोत्साहनपूर्ण शब्दों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, जेपी नड्डा जी. मैं आपके निरंतर मार्गदर्शन की आशा करता हूं.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के तहत मिले अधिकारों का उपयोग करते हुए हर्षवर्धन श्रृंगला के अलावा उज्ज्वल निकम, सी. सदानंदन मास्टर और मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया. इन चार सदस्यों की नियुक्ति उन सीटों पर हुई है, जो कुछ सदस्यों के रिटायर होने के बाद खाली थीं.
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डीसीएच/