कोलंबो, 24 सितंबर : नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) सांसद हरिनी अमरसूर्या ने
मंगलवार को श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. पीएम के तौर पर उनकी नियुक्ति श्रीलंका की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण है. वह चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा और सिरीमावो भंडारनायके के बाद प्रधानमंत्री का पद संभालने वाली तीसरी महिला बन गई हैं.
अमरसूर्या एक प्रसिद्ध शिक्षाविद, राइट्स एक्टिविस्ट और यूनिवर्सिटी लेक्चरर हैं. उन्होंने शिक्षा और सामाजिक न्याय के लिए विशेष रूप से काम किया है.
इंडियन हाई कमिश्नर ने नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ बैठक के बाद, सोमवार को कोलंबो में अमरसूर्या से भी मुलाकात की.
इंडियन हाई कमिशन ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “एचसी संतोष झा ने एनपीपी सांसद माननीय हरिनी अमरसूर्या से मुलाकात की और राष्ट्रपति चुनाव में अनुरा कुमारा दिसानायके की जीत पर उन्हें बधाई दी. उन्होंने अमरसूर्या को भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय पहलों के बारे में भी जानकारी दी.”
इससे पहले सोमवार को दिनेश गुणवर्धने ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके को लिखे पत्र में गुणवर्धने ने कहा कि वह नए राष्ट्रपति के चुनाव के बाद नए मंत्रिमंडल की नियुक्ति के लिए इस्तीफा दे रहे हैं.
अनुरा दिसानायके ने सोमवार को श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. यह पहली बार है जब एक वामपंथी नेता ने राष्ट्राध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया. दिसानायके , मार्क्सवादी विचारधारा वाली जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) से आते हैं.
चुनाव में पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती की गई. यह तब हुआ जब दिसानायके और समागी जन संधानया के उम्मीदवार सजित प्रेमदासा, जरुरी वोट प्रतिशत हासिल करने में नाकाम रहे. इसके बाद दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती करने की जरुरत पड़ी.
रविवार शाम 7 बजे चुनाव आयोग द्वारा अंतिम परिणाम घोषित किए गए. आयोग के अनुसार, दिसानायके ने 42.31 प्रतिशत वोटों के साथ राष्ट्रपति पद जीता, जबकि प्रेमदासा दूसरे स्थान पर रहे और मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, जो पहले दौर के बाद बाहर हो गए थे, तीसरे स्थान पर रहे.
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एमके/