तेल अवीव, 1 जनवरी . इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की है कि हालिया ड्रोन हमले में हमास के नुखबा प्लाटून कमांडर अब्द अल-हादी सबा मारा गया है.
आईडीएफ के अनुसार, सबा ने 7 अक्टूबर 2023 को किबुत्ज नीर ओज हमले का नेतृत्व किया था.
आईडीएफ ने अपने बयान में कहा कि हमास की पश्चिमी खान यूनिस बटालियन के नुखबा प्लाटून कमांडर को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस क्षेत्र में मार गिराया गया.
आईडीएफ ने एक्स पर लिखा, “पश्चिमी खान यूनिस बटालियन में नुखबा प्लाटून कमांडर अब्द अल-हादी सबा को खुफिया जानकारी के आधार पर आईडीएफ और आईएसए हमले में मार गिराया गया.”
उन्होंने यह भी कहा, “अब्द अल-हादी सबा – जो खान यूनिस में एक शेल्टर से काम करता था. वह 7 अक्टूबर को हत्याकांड के दौरान किबुत्ज नीर ओज में घुसपैठियों को लीड कर रहा था.
सबा ने मौजूदा युद्ध के दौरान आईडीएफ सैनिकों के खिलाफ कई आतंकवादी हमलों का नेतृत्व किया था.
आईडीएफ और आईएसए उन सभी आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन लेगी जो 7 अक्टूबर के हत्याकांड में शामिल थे.”
इससे पहले आईडीएफ ने दावा किया था कि उसने और शिन बेट ने फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद की रॉकेट इकाई के उत्तरी क्षेत्र के कमांडर अनस मुहम्मद सादी मसरी को मार गिराया था.
मसरी उत्तरी गाजा से इजरायली सीमावर्ती समुदायों पर रॉकेट हमले की सक्रिय रूप से कमान संभाल रहा था. उसने इजरायली क्षेत्र में रॉकेट दागने में शामिल कई गुर्गों की भी निगरानी की थी.
इससे पहले, आईडीएफ ने बताया कि शिन बेट (इजराइल की जनरल सिक्योरिटी सर्विस) के साथ काम करने वाली इकाइयों ने 14 हमास आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें से छह ने 7 अक्टूबर के अटैक में भाग लिया था.
ये ऑपरेशन आईडीएफ की 162वीं “स्टील” डिवीजन की गाजा पट्टी में चल रही गतिविधि के हिस्से के रूप में किए गए थे.
162वीं डिवीजन ने 7 अक्टूबर के हमले में भाग लेने वाले आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने के लिए आईडीएफ और शिन बेट की संयुक्त गतिविधि के हिस्से के रूप में जबालिया और बेत लाहिया के क्षेत्रों में काम किया.
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बड़ा आतंकी हमला किया था, जिसमें 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था. करीब 100 बंधक अभी भी कैद में हैं, जिनमें से कई के मारे जाने की आशंका है.
जवाब में, इजरायल ने गाजा में हमास इकाइयों को निशाना बनाकर एक मजबूत जवाबी हमला किया. हालांकि, इजरायली अभियान के परिणामस्वरूप गाजा में 45,000 से अधिक फिलिस्तीनी हताहत हुए हैं. इस तरह से लगातार बढ़ते मामलों ने वैश्विक चिंताएं बढ़ा दी हैं और युद्ध विराम की मांग बढ़ गई है.
यमन के हूती विद्रोही और लेबनान के हिजबुल्लाह- जिन्हें ईरान का छद्म संगठन माना जाता है ने इजरायल के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं.
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डीकेएम/केआर