अरविंदर सिंह लवली कद्दावर नेता होते तो पार्टी नहीं बदलते : कांग्रेस उम्मीदवार कमल अरोड़ा

नई दिल्ली, 23 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान से पहले सभी उम्मीदवार चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. गांधीनगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कमल अरोड़ा ने गुरुवार को से खास बातचीत में अपनी जीत का दावा किया.

कमल अरोड़ा ने भाजपा प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अगर अरविंदर कद्दावर नेता होते तो पार्टी नहीं बदलते और चुनाव भी नहीं हारते. उन्होंने अब तक जितने भी चुनाव जीते हैं, मैनिपुलेट करके जीते हैं. सभी जानते हैं कि पूर्व में जो भी प्रत्याशी उनके सामने रहा है, वह उसे मैनेज कर लेते थे. मैनेजमेंट की वजह से ही वह चुनाव जीत पाते थे. अब जनता इन लोगों से थक चुकी है, इसलिए वह दोबारा कांग्रेस को चुनना चाहती है.”

उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, “बड़े ताज्जुब की बात है कि भाजपा के सीनियर लीडर भगवान राम को लाने की बात कर रहे हैं. उन्हें सीधा बोलना चाहिए कि वह भगवान राम के नाम पर फायदा उठाने चाहते हैं. अगर हिंदू-मुस्लिम को छोड़ दिया जाए तो भाजपा के पास कोई ऐसा काम नहीं है, जिसके नाम पर जनता उनको वोट दे.”

कमल अरोड़ा ने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर कहा, “गांधीनगर में जाम सबसे बड़ी समस्या है. पूर्व विधायक अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस में रहते हुए क्षेत्र में एक आधा-अधूरा डिवाइडर बनवाकर गए थे. इसके बाद भाजपा के पूर्व विधायक ने उसे तुड़वा दिया. गांधीनगर की सबसे बड़ी समस्या जाम है, जिससे लोगों को निजात दिलाना जरूरी है. अब तक जितने भी विधायक यहां से चुने गए हैं, उनमें से किसी ने भी यहां काम नहीं किया. वे यहां की समस्या से अवगत ही नहीं हैं.”

गांधीनगर विधानसभा एक हाई-प्रोफाइल सीट है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जिन आठ सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था, उसमें गांधीनगर सीट भी शामिल है. इस बार आप ने यहां से नवीन चौधरी पर दांव लगाया है, जबकि भाजपा ने अरविंदर सिंह लवली पर भरोसा जताया है.

एफएम/एकेजे