किसानों और मजदूरों के हक की बात करने वालों को देंगे समर्थन : गुरनाम सिंह चढूनी

अंबाला, 28 सितंबर . ‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ के अध्यक्ष एवं दिग्गज किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने शनिवार को से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी.

गुरनाम सिंह चढूनी शनिवार को हरियाणा के अंबाला जिले में पहुंचे. यहां पर उन्होंने कहा कि अगर चुनाव जीतते हैं तो सरकार को अपना समर्थन मुद्दों पर देंगे. जो मजदूर और किसान के पक्ष की ज्यादा और अच्छी नीतियां बनाएगा, हम उसका समर्थन करेंगे.

हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री के एक से ज्यादा दावेदार हैं, इसको लेकर किसान नेता चढ़ूनी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस को तय करना है कि वो किसको मुख्यमंत्री बनाएंगे.

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस में हुड्डा मुख्यमंत्री बनने के काबिल नहीं हैं. उनकी जो नीतियां हैं, वो सिर्फ खुद को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जिससे पहले भी कांग्रेस का नुकसान हुआ है. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को नौ सीटें जीतनी चाहिए थी, पार्टी सिर्फ पांच पर ही जीत दर्ज कर पाई.

उन्होंने आगे कहा कि अगर पिछले चुनाव की बात करें, कांग्रेस पार्टी में टिकट सही तरीके से वितरित हुआ रहता तो पार्टी सरकार में आती. चुनाव में जो लोग कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे, उनको टिकट नहीं मिला तो वही लोग जेजेपी में शामिल हो गए. बाद में जेजेपी के समर्थन से भाजपा की सरकार बन गई. उस समय भी हुड्डा की गलत नीति थी और इस बार भी हुड्डा की गलत नीति है.

गुरनाम सिंह चढूनी ने भाजपा में मुख्यमंत्री की दावेदारी को लेकर बोला कि नायब सिंह सैनी अच्छे आदमी हैं, लेकिन अगर कार्यशैली की बात करें तो अनिल विज का कोई जवाब नहीं है. अनिल विज खुला दरबार लगाते थे. लेकिन भाजपा का कोई नेता या मंत्री दरबार नहीं लगाता था. फैसला तुरंत होता था. अगर किसी अफसर ने अपना काम सही से नहीं किया तो वो निलंबित हो जाता था. अनिल विज के काम करने की शैली अच्छी थी. अगर भाजपा दो साल पहले उनको लेकर सकारात्मक फैसला लेती तो आज पार्टी की ये दुर्दशा नहीं होती.

एससीएच/एबीएम