भारत में महिला फिल्म निर्माताओं को समर्थन देने के लिए गुनीत मोंगा और वीमिन इन फिल्म की पहल

मुंबई, 17 मई . अकादमी पुरस्कार विजेता गुनीत मोंगा भारतीय स्क्रीन इंडस्ट्रीज में लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल डब्ल्यूआईएफटीआई (वीमिन इन फिल्म एंड टेलीविज़न इंटरनेशनल) नेटवर्क की नई पहल का नेतृत्व करेंगी, जिसे 77वें कान फिल्म फेस्टिवल में लॉन्च किया गया.

गुनीत ने कहा : “ऐसी जगह काम करने से लेकर जहां पुरुष सहकर्मी मेरी तरफ से बात करते थे ताकि मुझे गंभीरता से लिया जाये, अंतर्राष्ट्रीय सह-निर्माण और स्टूडियो-स्केल की परियोजनाओं का नेतृत्व करने तक, दो दशकों में मैंने प्रगति देखी है और सक्रिय रूप से उनका हिस्सा रही हूं.”

उन्होंने कहा कि ‘ओ वुमनिया! द 2023 रिपोर्ट’ जैसी स्टडी अभी भी प्रमुख फिल्म निर्माण विभागों में लैंगिक विविधता की कमी की ओर इशारा करती है. इसमें 156 फिल्मों की स्टडी से पता चला कि विभाग के प्रमुख की भूमिकाओं में केवल 12 प्रतिशत महिलाएं हैं.’

कान फिल्म फेस्टिवल के दौरान पेरिस फिल्म रीजन और डब्ल्यूआईएफ (वीमिन इन फिल्म, लॉस एंजिल्स) द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में वीमिन इन फिल्म के नये चैप्टर डब्ल्यूआईएफ: इंडिया के आधिकारिक लॉन्च की घोषणा की गई.

एक बयान के अनुसार, डब्ल्यूआईएफ: इंडिया का लक्ष्य स्क्रीन इंडस्ट्रीज में करियर बनाने की चाहत रखने वाली महिलाओं के लिए समानता और अवसर लाना है. महिला फिल्म निर्माताओं के लिए रिसर्च, मेंटरशिप और क्रिएटिव लैब्स सहित डब्ल्यूआईएफ: इंडिया के कार्यक्रमों और उद्देश्यों का समर्थन करने के लिए पूरे भारत से प्रतिनिधित्व करने वाली इंडस्ट्री लीडर्स की एक एडवाइजरी काउंसिल बनाई जाएगी.

उन्होंने कहा, “अपने 50 साल के दौरान डब्ल्यूआईएफ ने उभरती महिला रचनाकारों को बढ़ाने में मदद करके हॉलीवुड में संस्कृति को बदलने का काम किया है. मुझे उम्मीद है कि डब्ल्यूआईएफ: इंडिया महिलाओं के लिए इन कामों तक पहुंचने में प्रणालीगत बाधाओं को कम करने में मदद करेगा. साथ ही वर्तमान में उद्योग में मौजूद लोगों के करियर को बनाए रखने में मदद करने के लिए मेंटरशिप, नेटवर्किंग और फेलोशिप, वर्कशॉप और इंडस्ट्री हेल्पलाइन की पेशकश करके बदलाव के एक नए युग को प्रोत्साहित करेगा.

“महिलाएं वास्तव में भविष्य हैं, और डब्ल्यूआईएफ और डब्ल्यूआईएफ: इंडिया के साथ, हम उस असीमित क्षमता का दोहन करने, स्क्रीन उद्योगों में करियर तलाशने वाली महिलाओं के लिए समानता और अवसर बनाने की उम्मीद करते हैं.”

डब्ल्यूआईएफ के सीईओ किर्स्टन शेफर ने कहा, “लगातार बढ़ते वैश्विक बाजार और भारत तथा अमेरिका में फिल्म उद्योगों के बीच गहरे संबंधों के साथ, यह हमारे लैंगिक समानता के काम के विकास में एक स्वाभाविक अगला कदम है.

“हमें भारत में महिला फिल्म निर्माताओं के लिए समुदाय और संसाधन बनाने के अत्यधिक महत्व का एहसास है, और हम इस पहल में गुनीत के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुक हैं.”

वीमिन इन फिल्म, लॉस एंजेलिस के नाम से 1973 में स्थापित, डब्ल्यूआईएफ 50 से अधिक वर्षों से लैंगिक समानता के लिए संघर्ष कर रहा है.

पीके/एकेजे