गुजरात: पीएम मोदी 1122 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण, 4.25 लाख उपभोक्ताओं को होगा लाभ

गांधीनगर, 23 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25-26 अगस्त को गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे और इस दौरान वे उत्तर गुजरात में करोड़ों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. वे Ahmedabad, मेहसाणा और गांधीनगर में ऊर्जा एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग की 1122 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे.

इनमें उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (यूजीवीसीएल) और गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीईटीसीओ-गेटको) के अंतर्गत Ahmedabad, मेहसाणा और गांधीनगर जिलों में पांच मुख्य विद्युत वितरण परियोजनाएं शामिल हैं. इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं से 4.25 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा. इसके अलावा, वे 96 करोड़ रुपए के खर्च से आकार लेने वाले राजस्व विभाग के दो अत्याधुनिक भवनों का शिलान्यास करेंगे.

प्रधानमंत्री उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (यूजीवीसीएल) की जिन परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, उन्हें भारत सरकार रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) और नॉर्मल डेवलपमेंट (एनडी) स्कीम के हिस्से के रूप में क्रियान्वित किया गया है. Ahmedabad में 608 करोड़ रुपए की लागत से ओवरहेड बिजली के समग्र ढांचे को भूमिगत किया गया है, जिससे 2,00,593 उपभोक्ता लाभान्वित होंगे. इस परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री के करकमलों द्वारा होगा. भूमिगत सिस्टम से सुरक्षा और विश्वसनीयता तो बढ़ेगी ही, साथ ही लो-वोल्टेज से संबंधित उपभोक्ताओं की शिकायतों में भी कमी आएगी और ट्रांसफार्मर पर भार भी कम होगा.

मेहसाणा में 221 करोड़ रुपए के खर्च से ओवरहेड बिजली के ढांचे को भूमिगत किया गया है. इस परियोजना का लोकार्पण सेवा की गुणवत्ता, सार्वजनिक सुरक्षा और प्रतिकूल मौसम के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. इस परियोजना से 1,36,072 उपभोक्ताओं को लाभ होगा.

गांधीनगर शहर में 178 करोड़ रुपए की लागत से विद्युत वितरण के भूमिगत सिस्टम की परियोजना तैयार हुई है, जिसका लाभ 86,014 उपभोक्ताओं को होगा. इस परियोजना का उद्देश्य 2024-25 तक विद्युत की हानि को 12 से 15 फीसदी के राष्ट्रीय बेंचमार्क तक कम करना, आपूर्ति खर्च और राजस्व के बीच के अंतर को दूर करना और वित्तीय रूप से टिकाऊ और कुशल विद्युत वितरण प्रणाली बनाना है.

Ahmedabad में दो हाई-कैपेसिटी वाले सबस्टेशन शहर में विद्युत आपूर्ति को मजबूती देंगे. 75 करोड़ रुपए के खर्च से बना 66 केवी गोता सबस्टेशन 1634 उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति करेगा, जबकि 39 करोड़ रुपए के खर्च से बना 66 केवी चांदखेड़ा- II सबस्टेशन 1149 उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति करेगा. इसके अलावा, नए कनेक्शन प्रदान करने और शहरी विद्युत आपूर्ति को और अधिक स्थिर बनाने में भी मदद मिलेगी. उत्तर गुजरात में इन परियोजनाओं से कुल मिलाकर 4,25,000 उपभोक्ताओं को लाभ होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 96 करोड़ रुपए के खर्च से आकार लेने वाले राजस्व विभाग के दो अत्याधुनिक भवनों का शिलान्यास भी करेंगे. गांधीनगर में 62 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से छह मंजिला राज्य स्तरीय लैंड डेटा स्टोरेज सेंटर बनेगा, जहां कॉम्पेक्टर्स, संग्रहालय और कॉन्फ्रेंस हॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. यह सेंटर भूमि और राजस्व से संबंधित महत्वपूर्ण रिकॉर्ड्स को संग्रहित करने का एक सुरक्षित राज्य-स्तरीय केंद्र होगा. यहां राजस्व विभाग की प्रतिलिपियां विश्वसनीय बैकअप के रूप में रखी जाएंगी और राजस्व एवं सर्वेक्षण विभागों की संवेदनशील जानकारियों को भविष्य में उपयोग के लिए सुरक्षित रखा जाएगा.

प्रधानमंत्री Ahmedabad (पश्चिम) में 34 करोड़ रुपए की लागत से आकार लेने वाले स्टाम्प और रजिस्ट्रेशन भवन का शिलान्यास भी करेंगे. यह भवन राजस्व से जुड़ी सभी सेवाओं को केंद्रीकृत करेगा, जिससे नागरिकों को एक ही स्थान से स्टाम्प और रजिस्ट्रेशन विभाग तक पहुंच प्राप्त होगी. इस बहुमंजिला भवन में एडिशनल इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन (Ahmedabad जोन), असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन (Ahmedabad जिला) और उप कलेक्टर, स्टाम्प-1 और स्टाम्प-2 तथा जिले के सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों के रजिस्ट्रेशन से संबद्ध रिकॉर्ड सुरक्षित रखने की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इस भवन को बनने में 17 महीने का समय लगेगा. गुजरात में ऊर्जा एवं राजस्व विभाग की ये मुख्य परियोजनाएं विद्युत वितरण और राजस्व सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगी.

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