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राजकोट, 27 नवंबर . Gujarat को पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है. इस उपलब्धि के साथ Gujarat विश्व खेल मानचित्र पर एक नई पहचान बनाने की ओर अग्रसर है.
स्वर्णिम Gujarat स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. अर्जुनसिंह राणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस सफलता की नींव वर्षों पहले रखी जा चुकी थी. उनके अनुसार, जब तत्कालीन Chief Minister और वर्तमान Prime Minister Narendra Modi Gujarat का नेतृत्व कर रहे थे, तभी उन्होंने खेलों के व्यापक विकास का लक्ष्य निर्धारित कर दिया था.
डॉ. राणा ने बताया कि प्रदेश में खेल संस्कृति को मजबूत करने के उद्देश्य से 2010 में ‘खेलो Gujarat’ की शुरुआत की गई. इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर ‘खेलो इंडिया’ के रूप में खेलों को नई दिशा मिली. वर्ष 2022 में Gujarat को बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी का अवसर मिला, जिससे राज्य की क्षमता और विश्वसनीयता को नया आयाम मिला.
उन्होंने कहा कि इन सभी उपलब्धियों ने संकेत दे दिया था कि एक दिन कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी का सपना अवश्य पूरा होगा. अंततः वह सपना आज वास्तविकता बन चुका है. यह उपलब्धि न केवल Gujarat, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है. हम लोगों में कितनी खुशी है, इसको बता नहीं सकते हैं. हम इसके लिए Prime Minister Narendra Modi को धन्यवाद देते हैं.
वाइस चांसलर ने कहा कि Chief Minister के तौर पर Narendra Modi ने ही 2010 में खेल महाकुंभ में इसकी नीव रखी थी, वहीं आज खेलो इंडिया के नाम से जाना जा रहा है. इतनी दूरगामी सोच हो सकती है, हम लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था. लगातार देखा जा रहा है कि Gujarat में Chief Minister और खेल मंत्री खेल को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करते रहते हैं.
उन्होंने कहा कि आज के समय में पूरे Gujarat के गावों में खिलाड़ियों को खेलने के लिए लगातार सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश में खेल का आयोजन होता रहता है. इसके साथ ही खिलाड़ियों को आधुनिक सुविधाएं भी दी जा रही हैं.
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एसएके/डीकेपी