गांधीनगर, 10 सितंबर . गुजरात में बन रही गिफ्ट सिटी में आईआरईडीए ने ग्रीन फाइनेंसिंग को मजबूत करने का काम किया है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी मंगलवार को गिफ्ट सिटी के दौरे पर थे, उन्होंने आईआरईडीए के काम की सराहना की.
गुजरात की गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी) की आईआरईडीए (भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) के सहयोग से ग्रीन फाइनेंसिंग मजबूती प्रदान हुई है.
गुजरात के अहमदाबाद में बन रही गिफ्ट सिटी अपने अत्याधुनिक बुनियादी इन्फ्रास्टकचर, जैसे कि ऑटोमेटेड वेस्ट कलेक्शन सिस्टम (एडब्ल्यूसीएस) के साथ नई सोच और स्थिरता के प्रतीक के रूप में चमकता रहता है. यह मॉर्डन टेक्निकल गिफ्ट सिटी को दुनिया के अग्रणी स्मार्ट शहरों में से एक बनाती है, जो कुशल, पर्यावरण के अनुकूल समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को दिखाती है.
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गिफ्ट सिटी का दौरा किया और एडब्ल्यूसीएस प्लांट के कामकाज के बारे में जानकारी ली. केंद्रीय मंत्री इस बात से प्रभावित दिखे कि यह प्रणाली अपशिष्ट प्रबंधन को सुव्यवस्थित करती है, जिससे शहर के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्थिरता मिलती है.
हरित वित्तीय केंद्र के रूप में गिफ्ट सिटी की स्थिति को और मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक कदम में, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा ) ने गिफ्ट सिटी में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) के अंदर एक नई कंपनी को शामिल किया है.
यह पहल इरेडा के हरित वित्तपोषण के लिए अभिनव दृष्टिकोणों को आगे बढ़ाने, अक्षय ऊर्जा निवेश के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा देने के मिशन को दिखाती है.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में जानकारी दी गई. मंत्री ने को बताया, “इरेडा की एक यूनिट की शुरुआत हो रही है, जिसको देखने के लिए मैं आया था. मेरा सौभाग्य है कि आज ही इसके संचालन की शुरुआत होगी. मुझे उम्मीद है कि इरेडा नई ऊंचाइयों तक जाएगी.”
उन्होंने आगे कहा, “जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पर मुख्यमंत्री थे, तब से इसका विजन रखा गया था. दुनिया की जितनी टॉप कंपनियां हैं, चाहे वो बैंक, फाइनेंस या फिर आईटी से जुड़ी हैं, वो यहां पर काम करती हैं.”
यह भारत की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी और इंटरनेशनल फाइनेंस सर्विसेज सेंटर है. अहमदाबाद की गिफ्ट सिटी में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है और कई टेक कंपनियां भी यहां पर निवेश करने की इच्छुक हैं. यहां पर बहुत ज्यादा निवेश आने की उम्मीद है.
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एससीएच/एबीएम