गुजरात : सीएम भूपेंद्र पटेल ने प्रदेशव्यापी सड़क और पुल मरम्मत कार्यों की गहन समीक्षा की

गांधीनगर, 15 जुलाई . गुजरात के Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने भारी मानसूनी बारिश से क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और गांवों, कस्बों और शहरों की सड़कों की मरम्मत के लिए चौबीसों घंटे सर्वोच्च प्राथमिकता वाले जीर्णोद्धार कार्य शुरू किए हैं. उन्होंने सीएम डैशबोर्ड की वीडियो वॉल के माध्यम से राज्य भर में सड़कों और पुलों के चल रहे मरम्मत कार्यों की समीक्षा की.

Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सड़कों, पुलों, पुलियों और पुलों के मानसून-पूर्व निरीक्षण के आधार पर मरम्मत संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए और इसमें कोई चूक या लापरवाही नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को सड़क मरम्मत के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश दिए ताकि न केवल यातायात की शीघ्र बहाली हो सके, बल्कि नागरिकों की शिकायतों का तत्काल निवारण भी सुनिश्चित हो सके, साथ ही सड़कों के रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने इंजीनियरों और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी शिकायत, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो, अनसुलझी न रहे और जनता को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता दी जाए.

इस संदर्भ में, उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि सड़क एवं भवन विभाग के 24×7 नियंत्रण कक्ष, ‘गुजमार्ग’ मोबाइल ऐप, नगर निगम ऐप, व्हाट्सएप, वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर, सिटी सिविक सेंटर और कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से प्राप्त सभी नागरिक शिकायतों का शीघ्र और संतोषजनक ढंग से समाधान किया जाना चाहिए, और संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय निगरानी की जानी चाहिए.

नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव एम. थेन्नारसन ने शहरी क्षेत्रों में नागरिकों की शिकायतों के त्वरित निवारण हेतु स्थापित तंत्र की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि महानगरों से प्राप्त 15,424 शिकायतों में से 12,023 का सफलतापूर्वक समाधान किया जा चुका है.

Chief Minister ने निर्देश दिए कि ई-नगर पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की विशेषज्ञ एजेंसियों की सहायता से नियमित अनुवर्ती कार्रवाई और क्षेत्रीय जांच की जाए.

सड़क एवं भवन विभाग के ‘गुजमार्ग’ ऐप के माध्यम से प्राप्त 3,632 शिकायतों में से 99.66 प्रतिशत का समाधान किया जा चुका है. ये आंकड़े सड़क एवं भवन सचिव पी.आर. पटेलिया ने Chief Minister को प्रस्तुत किए. Chief Minister के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में, व्यापक प्रचार-प्रसार और सकारात्मक जन प्रतिक्रिया के कारण, ‘गुजमार्ग’ ऐप के उपयोगकर्ताओं की संख्या मात्र 3 दिनों में 10,767 से बढ़कर 28,449 हो गई. इस प्रकार, ऐप पर 17,682 नए नागरिकों ने पंजीकरण कराया, जो 164 प्रतिशत की वृद्धि है. State government ऐप के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान जारी रखे हुए है.

Chief Minister ने निर्देश दिया कि अधिकारियों, स्थानीय अधिकारियों और जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र भ्रमण के माध्यम से चल रहे सभी मरम्मत कार्यों की बारीकी से निगरानी की जाए. उन्होंने सुरक्षा कारणों से बंद किए गए पुलों का गहन निरीक्षण और शीघ्र मरम्मत सख्त गुणवत्ता जांच के साथ करने के निर्देश दिए. जिन पुलों पर यातायात परिवर्तित किया गया है, उनके लिए उन्होंने सुरक्षित वैकल्पिक मार्ग और सुचारू यातायात सुनिश्चित करने पर जोर दिया.

उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि मरम्मत कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहना चाहिए और नागरिकों की सुविधा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. बारिश न होने वाले दिनों में, सड़क और पुलों की मरम्मत में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त जनशक्ति तैनात की जानी चाहिए. मरम्मत कार्य के लिए बजरी, बिटुमिन, मशीनरी और सफेदी जैसी पर्याप्त सामग्री राज्य के सड़क एवं भवन विभाग के समन्वय से जिला, शहर और नगरपालिका स्तर पर उपलब्ध कराई जाए.

Chief Minister ने एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारियों को विशेष रूप से क्षतिग्रस्त और अंतरराज्यीय यातायात व्यवधान से प्रभावित राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत में तेजी लाने के निर्देश दिए. एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि 33.78 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर मरम्मत कार्य जारी है और 30 जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए नागरिक-केंद्रित मोबाइल ऐप ‘राजमार्ग यात्रा’ लॉन्च किया है. यात्री ऐप के माध्यम से या 24×7 टोल-फ्री नंबर 1033 पर कॉल करके सड़क की खराबी या सेवा में व्यवधान की सूचना दे सकते हैं.

एससीएच/जीकेटी