गुजरात : सीएम भूपेंद्र पटेल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और मूल्य नियंत्रण के लिए प्रशासन को दिए सख्त निर्देश

अहमदाबाद, 9 मई . गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति और मूल्य नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को प्रशासन को भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के मद्देनजर बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए.

भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “वर्तमान परिस्थिति में नागरिकों को आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सरलता से मिलती रहे, इसके लिए प्रशासन को सुदृढ़ व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. आवश्यक वस्तुओं की कीमतें नियंत्रण में रहें, इसके लिए भी प्रत्येक जिला कलेक्टर को विशेष निर्देश दिए गए हैं. आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी या कालाबाज़ारी न हो, इसके लिए सभी विक्रेताओं, रिटेलर्स, प्रोसेसर्स, मिलर्स और आयातकों को आवश्यक कानूनी प्रावधानों का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है. नागरिकों से विनम्र अनुरोध है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों में न आएं और राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन पर विश्वास रखते हुए पूर्ण सहयोग प्रदान करें.”

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राजधानी गांधीनगर में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) में एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में राज्य की सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों और संवेदनशील सीमा और तटीय क्षेत्रों की तैयारियों का आकलन किया गया.

बैठक में गृह विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य पुलिस के शीर्ष अधिकारी एकत्रित हुए, जिन्होंने बढ़ते खतरों के मद्देनजर चल रहे समन्वय प्रयासों और प्रतिक्रिया तंत्र के बारे में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को जानकारी दी.

उपस्थित लोगों में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, मुख्य सचिव पंकज जोशी, राजस्व अतिरिक्त मुख्य सचिव जयंती रवि, राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात में तैनात सेना, नौसेना और वायु सेना इकाइयों के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे.

राज्य भर में एकीकृत प्रतिक्रिया ढांचा सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्य विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ जिला कलेक्टरों और पुलिस प्रमुखों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया.

यह समीक्षा गुरुवार रात हर्ष संघवी की अध्यक्षता में हुई एक आपातकालीन बैठक के बाद की गई है, जब गुजरात के कच्छ जिले में तीन पाकिस्तानी ड्रोनों को रोककर उन्हें निष्प्रभावी कर दिया गया था.

गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां ​​हाई अलर्ट पर हैं. भारत ने गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है.

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और सीमावर्ती राज्य के रूप में राज्य की तैयारियों की समीक्षा की. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी को अस्थिर स्थिति से निपटने के लिए राज्य की योजना और वर्तमान सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई.

एकेएस/एकेजे