गांधीनगर, 27 जुलाई . राज्य की शासन व्यवस्था में स्मार्ट डिसीजन, नागरिकोन्मुखी योजनाएं, सेवा वितरण प्रणाली तथा कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग से तेज एवं प्रभावी रूप से मिले, इसके लिए Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने एक्शन प्लान फॉर इम्प्लिमेंटेशन ऑफ आर्टिफिशियल (एआई)-2025-2030 योजना को मंजूरी दी है.
Prime Minister Narendra Modi की एआई के व्यापक उपयोग से डिजिटल एम्पावरमेंट तथा टेक्नोलॉजिकल सेक्टर में India को विश्व का नेतृत्व करने वाला बनाने की प्रतिबद्धता से सुसंगत Gujarat का यह एक्शन प्लान घोषित किया गया है.
Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने टेक्नोलॉजी ड्रिवन गवर्नेंस तथा सामाजिक-आर्थिक विकास में Gujarat को अग्रसर रखते हुए विकसित Gujarat- 2047 के विचार के साथ शासन व्यवस्था एवं Government के विभागों में एआई का समुचित उपयोग करने की घोषणा सोमनाथ में नवंबर-2024 में आयोजित वार्षिक चिंतन शिविर में की थी.
इस दृष्टिकोण के अनुरूप गवर्नेंस, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, कृषि, फिनटेक तथा अन्य मिशन-क्रिटिकल क्षेत्रों में एआई को राज्यव्यापी बनाने के लिए 10 सदस्यों की एक विशेषज्ञ एआई टास्कफोर्स समिति का गठन भी किया गया है. Chief Minister ने इस टास्क फोर्स की सिफारिशों के आधार पर उनके समक्ष प्रस्तुत किए गए एक्शन प्लान फॉर इम्प्लिमेंटेशन ऑफ एआई 2025-2030 को अनुमोदन दिया है.
Chief Minister के दिशादर्शन में तैयार हुआ यह एक्शन प्लान राज्य Government को अत्याधुनिक एआई क्षमताओं से सुसज्जित करने के लिए टाइम बाउंड ब्लूप्रिंट के रूप में कार्य करेगा. इतना ही नहीं, सरलता से सेवा वितरण, बेहतर नागरिक जीवन की सुनिश्चितता, जीवन में गुणवत्ता वृद्धि से युक्त समृद्ध नवीनतापूर्ण एआई इकोसिस्टम भी स्थापित होगा.
एक्शन प्लान के सुव्यवस्थित तथा समय पर क्रियान्वयन के लिए राज्य द्वारा एक समर्पित एआई तथा डीप टेक मिशन की स्थापना की जाएगी. यह मिशन राज्य Government में एआई स्ट्रैटेजिस तथा उभरती टेक्नोलॉजी के लिए डिजाइन, क्रियान्वयन एवं इनोवेशन में नेतृत्वकर्ता के रूप में एक विशिष्ट संस्थागत पद्धति के रूप में कार्य करेगा.
इसके अलावा, यह मिशन स्टार्टअप्स, शैक्षणिक शोध-अनुसंधान तथा उद्योगों को सहयोग से सुदृढ़ इकोसिस्टम को बल देगा. एआई तथा उससे संबद्ध टेक्नोलॉजीज में वर्कफोर्स की स्किलिंग, री-स्किलिंग तथा अपस्किलिंग पर फोकस करेगा.
Chief Minister भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इस एक्शन प्लान का रोडमैप मुख्यतः छह पिलर्स पर ध्यान रखते हुए तैयार किया है.
डेटा – एआई विकास के लिए एक सुरक्षित, इंटरऑपरेबल तथा नियमनकारी-अनुरूप डेटा इकोसिस्टम स्थापित करके व्यापक एआई डेटा गवर्नेंस ढांचे का निर्माण कर नियमनकारी मानदंडों के साथ समरूपता सुनिश्चित की जाएगी.
डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर – टियर-2 तथा टियर-3 शहरों में एआई फैक्ट्रियों के साथ जीपीयू एवं क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार तथा एआईआरएडब्लूएटी जैसे राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म का एक्सेस दिया जाएगा.
कैपिसिटी बिल्डिंग – विद्यार्थियों, एमएसएमई तथा Governmentी अधिकारियों सहित 2.5 लाख से अधिक व्यक्तियों को एआई, एमएल तथा संबद्ध डोमेंस में प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है.
आर एंड डी तथा यूज केसेज – संबद्ध विभागों के अनुरूप विशिष्ट एआई सॉल्यूशन्स व एप्लिकेशन्स विकसित करने के लिए शिक्षा एवं उद्योग के बीच सहयोग को सक्षम बनाया जाएगा.
स्टार्टअप सुविधा – इनक्यूबेशन, मार्गदर्शन, इन्फ्रास्ट्रक्चर क्रेडिट्स तथा सीड फंडिंग द्वारा डीप टेक स्टार्टअप्स को सपोर्ट किया जाएगा.
सुरक्षित व विश्वसनीय एआई – ऑडिट, गाइडलाइंस तथा एआई रिस्क प्रोटोकॉल द्वारा सुरक्षित एआई रणनीति सुनिश्चित की जाएगी.
इस एक्शन प्लान का चरणबद्ध क्रियान्वयन राज्य स्तरीय एआई डेटा रिपॉजिटरी शुरू करने, एआई फैक्ट्रियां स्थापित करने तथा विभागवार पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू करने जैसी बुनियादी क्रियाओं से शुरू होगा.
एक्शन प्लान की पांच वर्ष की समयावधि के दौरान ये प्रयास विभागों में एआई इंटीग्रेशन को अधिक सुदृढ़ करेंगे और वाइब्रेंट तथा इनोवेटिव इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देंगे.
Gujarat ने Chief Minister भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गवर्नेंस में एआई के जो नूतन दृष्टिकोण अपनाए हैं, उनमें गिफ्ट सिटी का एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, एआई इनोवेशन चैलेंज, हाई परफॉर्मेंस जीपीयू इन्फ्रास्ट्रक्चर, एआई ट्रेनिंग व वर्कशॉप तथा लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) के लिए इंडीजीनस एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट शामिल हैं.
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एसके/एबीएम