जीएसटी कलेक्शन जून में 6.2 प्रतिशत बढ़कर 1.85 लाख करोड़ रुपए रहा

New Delhi, 1 जुलाई . India का गुड्स और सर्विसेज टैक्स (GST) कलेक्शन जून 2025 में सालना आधार पर 6.2 प्रतिशत बढ़कर 1.85 लाख करोड़ रुपए हो गया है. यह जानकारी Governmentी की ओर से Tuesday को जारी किए गए आधिकारिक डेटा से मिली.

इससे पहले अप्रैल में GST कलेक्शन ऑल-टाइम हाई 2.37 लाख करोड़ रुपए और मई में 2.01 लाख करोड़ रुपए पर था.

एक जुलाई को GST लागू होने के 8 साल पूरे होने पर Government ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में GST कलेक्शन दोगुना होकर वित्त वर्ष 25 में रिकॉर्ड 22.08 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो वित्त वर्ष 21 में 11.37 लाख करोड़ रुपए था.

2024-25 में औसत GST कलेक्शन 1.84 लाख करोड़ रुपए रहा था. वहीं, 2020-21 में GST कलेक्शन 11.37 लाख करोड़ रुपए था, जिसमें मासिक औसत कलेक्शन 95,000 करोड़ रुपए था. इसके अगले वर्ष GST कलेक्शन बढ़कर 14.83 लाख करोड़ रुपए और फिर 2022-23 में 18.08 लाख करोड़ रुपए और 2023-24 में GST कलेक्शन 20.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो अनुपालन और आर्थिक गतिविधि में लगातार वृद्धि दर्शाता है.

Prime Minister Narendra Modi ने कहा कि 1 जुलाई, 2017 को GST लागू होने के आठ साल बाद, यह एक ऐतिहासिक सुधार के रूप में सामने आया है, जिसने India के आर्थिक परिदृश्य को नया आकार दिया है.

Prime Minister ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, “अनुपालन बोझ को कम करके, इसने विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए व्यापार करने में आसानी में बहुत सुधार किया है. GST ने आर्थिक विकास के लिए एक शक्तिशाली इंजन के रूप में भी काम किया है, जबकि India के बाजार को एकीकृत करने की इस यात्रा में राज्यों को समान भागीदार बनाकर सच्चे सहकारी संघवाद को बढ़ावा दिया है.”

GST के तहत पिछले 8 वर्षों में करदाताओं की संख्या 60 लाख से दोगुनी होकर 1.51 करोड़ से अधिक हो गई है.

GST को एक राष्ट्र, एक कर के उद्देश्य से पेश किया गया था. GST आने के साथ ही विभिन्न अप्रत्यक्ष करों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक कर दिया गया. GST ने उत्पाद शुल्क, सेवा कर और वैट जैसे करों की जगह ले ली है. इससे देश में कर प्रणाली में एकरूपता आई है.

एबीएस/