बीजिंग, 28 सितंबर . यूक्रेन संकट पर “शांति के मित्र” समूह की मंत्रिस्तरीय बैठक न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 27 सितंबर को आयोजित की गई. चीनी विदेश मंत्री वांग यी, ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा और राष्ट्रपति के मुख्य विशेष सलाहकार एमोरिम ने बैठक की सह-अध्यक्षता की. मिस्र के विदेश मंत्री बदर अब्दुल आती, इंडोनेशियाई विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी, दक्षिण अफ़्रीकी अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सहयोग मंत्री रोनाल्ड लामोला, मेक्सिको की विदेश मंत्री एलिसिया बार्सेना, और जाम्बिया के विदेश मामलों तथा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री मुलम्बो हैम्बे सहित 17 “ग्लोबल साउथ” देशों के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया.
वांग यी ने कहा, हम यहां केवल एक ही उद्देश्य के लिए एकत्र हुए हैं, जो है शांति की तलाश. यूक्रेन संकट अपने तीसरे साल में प्रवेश कर गया है, और युद्ध अभी भी फैल रहा है, बाहर फैलने का खतरा बढ़ रहा है, शांति की उम्मीद अभी तक सामने नहीं आई है और स्थिति चिंताजनक है. इस बैठक का मूल उद्देश्य अधिक ताकतों को एकजुट करना, अधिक मजबूत आवाजों को एक साथ लाना, और युद्धविराम को बढ़ावा देने व युद्ध को समाप्त करने और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए “ग्लोबल साउथ” देशों को प्रयास करना है.
वांग यी ने बताया कि चीन हमेशा यूक्रेन मुद्दे पर उद्देश्यपूर्ण और निष्पक्ष रुख बरकरार रखता है, हमेशा शांति और वार्ता को बढ़ावा देने पर जोर देता है और शांति के पक्ष में खड़ा रहता है. चीन ने “यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान पर चीन का रुख” दस्तावेज़ जारी किया और सूक्ष्म कूटनीति को आगे बढ़ाने के लिए विशेष दूत भेजे. चीन ने ब्राजील के साथ संयुक्त रूप से “छह सूत्री सहमति” भी जारी की. चीन के प्रस्तावों और मध्यस्थता प्रयासों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर “ग्लोबल साउथ” के देशों से व्यापक प्रतिक्रिया मिली है.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एकेजे/