हरित चीन मानव विकास के अंतिम प्रश्न का उत्तर देता है : सीजीटीएन पोल

बीजिंग, 14 अगस्त . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा “स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ अमूल्य संपत्ति हैं” की “दो पर्वत” अवधारणा के प्रस्ताव की 20वीं वर्षगांठ पर, चाइना मीडिया ग्रुप के सीजीटीएन द्वारा 48 देशों के 24,515 उत्तरदाताओं के बीच किए गए एक वैश्विक जनमत सर्वेक्षण में चीन की “दो पर्वत” अवधारणा के लिए व्यापक वैश्विक समर्थन प्रदर्शित हुआ, जिसमें पारिस्थितिक शासन और हरित परिवर्तन में चीन की उपलब्धियों और योगदान पर सकारात्मक टिप्पणियां भी शामिल थीं.

वैश्विक जलवायु और पारिस्थितिक शासन के एक मार्गदर्शक, प्रवर्तक और व्यवहार करने वाले के रूप में चीन की छवि जनता के मन में गहराई से समाई हुई है.

चीन के पारिस्थितिक शासन और हरित विकास अवधारणाओं पर एक सर्वेक्षण में, वैश्विक उत्तरदाताओं ने “स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ अमूल्य संपत्ति हैं” को परिचितता के आधार पर प्रथम स्थान दिया. “पारिस्थितिक शासन को लोगों की एक सचेत कार्रवाई के रूप में आत्मसात करना”, “पारिस्थितिक पर्यावरण की रक्षा के लिए व्यवस्थाओं और कानून के शासन पर भरोसा करना”, और “उच्च-गुणवत्ता वाले विकास के अभिन्न अंग के रूप में हरित विकास” जैसी अवधारणाएं परिचितता के मामले में क्रमशः दूसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं.

इसके अलावा, 81.6% उत्तरदाताओं का मानना था कि “दो पर्वत” की अवधारणा “प्रदूषण पहले, सफाई बाद में” के पारंपरिक विकास मॉडल से अलग है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से, चीन ने 3% की औसत वार्षिक ऊर्जा खपत वृद्धि के साथ 6% से अधिक की औसत वार्षिक आर्थिक वृद्धि का समर्थन किया है.

सर्वेक्षण में, 71.8% उत्तरदाताओं ने उच्च-गुणवत्ता वाले आर्थिक विकास और उच्च-स्तरीय पारिस्थितिक एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में समन्वय स्थापित करने में चीन की उपलब्धियों का सकारात्मक मूल्यांकन किया, और 59.9% उत्तरदाताओं का मानना था कि राष्ट्रीय पंचवर्षीय विकास योजना में हरित विकास को शामिल करने और इसे आर्थिक एवं सामाजिक विकास की संपूर्ण प्रक्रिया में एकीकृत करने की चीन की कार्यप्रणाली अन्य देशों के लिए अनुकरणीय है.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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