ग्रेटर नोएडा : पांच आईएएस अधिकारियों का दौरा, स्मार्ट टाउनशिप और लॉजिस्टिक हब का किया अध्ययन

ग्रेटर नोएडा, 8 मई . उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में गुरुवार को केंद्र सरकार में सहायक सचिव के रूप में तैनात पांच आईएएस अधिकारियों का एक दल स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप और मल्टीमॉडल प्रोजेक्ट्स का अध्ययन करने पहुंचा.

इन अधिकारियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड की प्रमुख परियोजनाओं जैसे मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का अवलोकन किया.

इस अवसर पर प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, श्रीलक्ष्मी वी.एस. और प्रेरणा सिंह ने विस्तार से जानकारी दी. सीईओ ने भूमि अधिग्रहण, उद्योगों को भूमि आवंटन, रोजगार सृजन और निवेश आकर्षित करने की प्रक्रिया साझा की.

उन्होंने अधिकारियों को युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा दी. प्राधिकरण कार्यालय पहुंचने वाले आईएएस अधिकारियों में उत्तर प्रदेश कैडर की इशिता किशोर और सई आश्रित शाकमुरी, तमिलनाडु कैडर के आयुष गुप्ता, बिहार कैडर की आकांक्षा आनंद और गरिमा लोहिया, तथा हिमाचल प्रदेश कैडर की अंजलि गर्ग शामिल थीं.

एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने भूमि अधिग्रहण के बदले किसानों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी. एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने टाउनशिप में 24 घंटे बिजली-पानी, सुरक्षा व्यवस्था और ऑटोमेटिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टम की जानकारी साझा की, जबकि प्रेरणा सिंह ने बताया कि आईआईटीजीएनएल टाउनशिप में अब तक 25 से अधिक प्रमुख कंपनियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है. इनमें हायर जैसी कंपनियां पहले ही संचालन शुरू कर चुकी हैं. कुल मिलाकर करीब 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश हो चुका है और 23 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार मिला है.

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के तहत रेल, मेट्रो और बस टर्मिनल विकसित किए जा रहे हैं. अधिकारियों को परियोजनाओं पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन भी दिया गया. दौरे के अंत में प्राधिकरण की ओर से उन्हें स्मृति स्वरूप पौधे भेंट किए गए और मौके पर जाकर इंफ्रास्ट्रक्चर का निरीक्षण भी कराया गया. इस दौरान आईआईटीजीएनएल की टीम भी उपस्थित रही.

पीकेटी/एबीएम/एकेजे