सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को प्रमुख देशों में भेजने के सरकार का फैसला स्‍वागत योग्‍य : गौरव वल्लभ

गुरुग्राम, 17 मई . आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट करने के लिए सांसदों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश जाएगा. भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने इसे अच्छी पहल बताते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान जो झूठा प्रचार कर रहा है, उसे बेनकाब करने की जरूरत है. सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है.

गौरव वल्लभ ने कहा कि पाकिस्तान ने नूर खान बेस एयरबेस पर हमले की बात कबूल की है, वह चकलाला एयरबेस के तबाह होने और साथ ही अपनी तबाही को भी कबूल करेगा. पाकिस्तान का सेना प्रमुख असीम मुनीर इस्तीफा देखकर भागेगा. यह सब आने वाले समय में होगा.

प्रमुख देशों में सभी दलों के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल जा रहा है, जो पाकिस्तान की करतूत को उजागर करेगा. इसमें जेडीयू, एनसीपी के साथ-साथ कांग्रेस और भाजपा पार्टियों के नेता शामिल हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों में भारत का यूनिफाइड प्रेजेंटेशन होगा. सभी देशों को पता चलेगा कि पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देता है और अगर कोई पाकिस्तान का साथ दे रहा है, तो इसका मतलब है कि वह आतंकवाद का साथ दे रहा है. भारत विकास की बात करता है. जब भी भारत की धरती पर आतंकवाद होगा तो मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने प्रिसाइज अटैक किया, आतंकियों के ठिकानों पर अटैक किया. लेकिन पाकिस्तान की सेना ने इसे अपने ऊपर अटैक मान लिया. पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी. पाकिस्तान के इतिहास में इतनी बुरी हार आजकल नहीं हुई, जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हुई.

कांग्रेस नेता शशि थरूर का नाम सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में होने पर उन्होंने कहा कि वह इस स्तर पर अपनी बात रखने में सक्षम हैं. अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमेसी में उन्होंने काम किया है. वह अपनी सेवाएं देने के इच्छुक हैं, जो बहुत अच्छी बात है.

उन्होंने कहा कि यह प्रतिनिधिमंडल दुनिया में पाकिस्तान को बेनकाब करेगा. दुनिया के प्रमुख देशों को बताया जाएगा कि पाकिस्तान आतंकवाद को पालने वाला देश है, पाकिस्तान को सहयोग देना सीधे तौर पर आतंकवाद को सहायता देना होगा. भारत की नीति विकास और शांति की रही है.

उन्होंने कहा कि समस्त राजनीतिक दलों को नेशन फर्स्ट की पॉलिसी पर आगे आने की जरूरत है. ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल करने की बजाए एकजुटता दिखाएं, सेना की कार्रवाई पर सवाल ठीक नहीं है, यह देश के खिलाफ काम करने जैसा होगा. उन्होंने कहा कि आपका एक वक्तव्य शत्रु देशों के लिए पॉइंट बन जाता है. राहुल गांधी के वक्तव्यों को शत्रु देश ने अपने डोजियर में पेश किया था. समस्त राजनीतिक दल अपनी विचारधारा के भेद को अलग रखकर साथ रहें.

एएसएच/एकेजे