नई दिल्ली, 21 दिसंबर . कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज किए गए केस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई है, उसने भाजपा के घटिया चरित्र को उजागर किया है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने शनिवार को से खास बातचीत में कहा, “मैं पिछले 45 साल संसद के किसी ना किसी सदन का हिस्सा रहा हूं. मेरा मानना है कि संसद में ऐसी घटिया हरकत कभी नहीं हुई है. चाहे किसी की भी हो, लेकिन भाजपा की सरकार ने काला अध्याय लिख दिया है और मुझे यह बात बोलते हुए शर्म आती है. पहले तो सदन को स्थगित कराया गया और उसके बाद अमित शाह ने माफी नहीं मांगी. अगर आप प्रदर्शन कर रहे हैं तो करिए, लेकिन दूसरे सदस्यों के संसद में जाने का रास्ता नहीं रोक सकते. संसद परिसर में डंडों को लहराया गया, जैसे कोई युद्ध क्षेत्र हो. जितनी घटिया हरकत हुई है, उससे भारत का लोकतंत्र शर्मिंदा हुआ है. राहुल गांधी पर एफआईआर भाजपा के घटिया राजनीतिक चरित्र का जीता जागता उदाहरण है.”
उन्होंने नागालैंड के बीजेपी महिला सांसद के आरोपों पर कहा, “आप खुद ही देखिए राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं. शायद ही उन्हें यह नहीं मालूम कि क्या वह संसद की घटना का स्वत: संज्ञान ले सकते हैं और वो भी बिना स्पीकर की अनुमति के.”
प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस नेताओं एफआईआर दर्ज कराने के सवाल पर कहा, “गृह मंत्रालय अमित शाह के अधीन हैं और दिल्ली भी गृह मंत्रालय के अधीन आती है. माफी मांगने का आरोप भी उन पर ही है. अपना पाप छुपाने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. मैं खुद गवाह हूं कि उन्होंने किसी को धक्का नहीं दिया है.”
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एफएम/केआर