देशद्रोहियों पर कड़ी कार्रवाई करे सरकार, कांग्रेस की नीति तुष्टिकरण की : श्रीराज नायर

मुंबई, 23 मई . विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने शुक्रवार को देश की सुरक्षा और राष्ट्रीय राजनीति से जुड़े कई अहम मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. उन्होंने दो आईएसआई एजेंटों की गिरफ्तारी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के आरोप, केंद्र सरकार के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर कांग्रेस की आलोचना और पाकिस्तान में इंडिगो विमान को लैंडिंग की अनुमति न मिलने पर बात की.

श्रीराज नायर ने दो आईएसआई एजेंटों की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि जो भी व्यक्ति देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, वह देशद्रोही है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र से क्यों न हो. उन्होंने कहा कि अगर जांच और कोर्ट के सामने पेश किए गए साक्ष्य यह सिद्ध करते हैं कि उन्होंने देश विरोधी कार्य किए हैं, तो उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. यह भारत की सुरक्षा और संप्रभुता का सवाल है. देश की एकता को तोड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई आवश्यक है.

राहुल गांधी पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों पर नायर ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से चुनावी लाभ को ध्यान में रखकर निर्णय लेती रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस आज भी तुष्टिकरण की नीति के चलते एक विशेष समुदाय को खुश करने में लगी हुई है. पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है, लेकिन कांग्रेस इसे भी वोट बैंक की राजनीति की दृष्टि से देखती है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देशहित को प्राथमिकता देने की बजाय पार्टी अपने स्वार्थ में डूबी हुई है.

केंद्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर कांग्रेस के रुख को लेकर श्रीराज नायर ने तल्ख टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि जब देश पर बाहरी ताकतों से खतरा मंडरा रहा हो, तो राजनीति को दरकिनार कर राष्ट्रीय एकता को प्राथमिकता देनी चाहिए. पाकिस्तान में जाकर सौ से अधिक आतंकवादियों को मारना, उनके एयरबेस का तबाह करना यह हर भारतीय के लिए गर्व का विषय होना चाहिए. लेकिन, कांग्रेस और सपा जैसे दलों ने इसे भी संदेह की नजर से देखा, जो राष्ट्रीय भावना के खिलाफ है.

पाकिस्तान द्वारा इंडिगो विमान को आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति न दिए जाने पर श्रीराज नायर ने कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि यह एक सिविलियन विमान था जिसमें महिलाएं, बच्चे और आम नागरिक सवार थे. यह कोई सैन्य कार्रवाई नहीं थी. विमान पर खतरा मंडरा रहा था, फिर भी पाकिस्तान ने मानवीयता को ताक पर रखकर लैंडिंग से इनकार कर दिया. यह सीधा-सीधा मानवाधिकार उल्लंघन है और पाकिस्तान की जिहादी मानसिकता को उजागर करता है.

पीएसके/एकेजे