पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए : इमरान प्रतापगढ़ी

नई दिल्ली, 28 दिसंबर . देश में आर्थिक सुधारों के जनक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदा किया गया. राष्ट्रीय राजधानी के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ. इसमें राजनीतिक दिग्गजों का जमावड़ा लगा रहा.

कांग्रेस से राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह को एक रूप में नहीं, बल्कि उनको याद करने के लिए सैकड़ों बहाने हैं. 1991 हो या 2008, इस दो रूपों को पूरी दुनिया उनको याद करती है. भारत ने आज अपना एक बहुत बड़ा बेटा खो दिया. उनकी शराफत और खामोशी के लिए मैं याद करूंगा. बिना बोले उन्होंने देश के लिए जो किया, बड़े-बड़े बोलने वाले भी नहीं कर पा रहे.”

उन्होने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. देश के ऐसे बेटों के लिए हम भारत सरकार से संवेदनशीलता की उम्मीद रखते हैं. जहां पर स्मारक बनना चाहिए था, वहीं पर ही उनका अंतिम संस्कार भी होना चाहिए था. लेकिन डॉक्टर मनमोहन सिंह का कद इन सब चीजों से बड़ा है.”

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह बहुत महान व्यक्ति थे. उन्होंने देश के विकास, अर्थव्यवस्था और 2008 की आर्थिक मंदी से उबारने के लिए जो किया, उसको देश कभी नहीं भूलेगा. उनको मैं बहुत करीब से जानता था, उन्होंने कई देशों और राज्यों के दौरे किए, उनके साथ मेरे कई सारे अनुभव हैं.”

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार से पहले तीनों सेनाओं व तीनों सेनाओं की सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्‍हें सलामी दी. निगमबोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री के पार्थिव शरीर की तीनों सशस्त्र बलों के अधिकारियों ने मिलिट्री बैंड के साथ अगुवाई की. भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के अधिकारियों ने यहां पूर्व प्रधानमंत्री को सलामी दी.

उनके अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता व सरकार के मंत्री मौजूद रहे.

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