बिहार विधानसभा का सत्र आज से शुरू, चुनाव से पहले सरकार का आखिरी सत्र

Patna, 21 जुलाई . बिहार विधानसभा का मानसून सत्र Monday से शुरू हो रहा है. यह Political रूप से महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि आगामी चुनावों से पहले Chief Minister नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली वर्तमान Government का यह आखिरी सत्र होगा.

विधानसभा सचिवालय के अनुसार, इस सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी.

इस दौरान प्रश्नकाल, वित्तीय कार्य, गैर-Governmentी प्रस्ताव और अन्य महत्वपूर्ण विधेयक सहित प्रमुख विधायी कार्य किए जाएंगे.

सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली Government इस सत्र में लगभग 12 विधेयक पेश करने की योजना बना रही है. Political विश्लेषकों का मानना है कि इस सत्र में सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक होने की संभावना है.

पहले दिन (Monday ) को इस वित्तीय वर्ष का पहला सप्लीमेंट्री बजट पेश किया जाएगा. इसके साथ ही Governor द्वारा मंजूर किए गए अध्यादेशों और कमेटियों की रिपोर्ट भी विधानसभा में रखी जाएंगी.

22 और 23 जुलाई को राज्य विधेयक पेश किए जाएंगे, उसके बाद Governmentी कार्यों पर चर्चा होगी. गैर-Governmentी प्रस्तावों पर चर्चा के साथ ही यह सत्र 25 जुलाई (Friday) को समाप्त होगा.

विपक्ष ने सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था, बढ़ते अपराध और मतदाता सूची के चल रहे गहन पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर Government को घेरने की योजना बनाई है. Government के खिलाफ महागठबंधन के नेताओं का आक्रामक रुख देखने को मिल सकता है.

सत्ताधारी एनडीए विपक्ष के सवालों का जवाब देने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए वह अपनी जनकल्याण योजनाओं को जनता के सामने रखेगा. इनमें Governmentी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसगी आरक्षण, 1.11 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाकर देना और घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देना शामिल है.

Political घटनाक्रम के बीच, सबकी निगाहें तेज प्रताप यादव पर भी होंगी, जिन्हें लालू प्रसाद यादव ने राजद और परिवार दोनों से निष्कासित कर दिया है, लेकिन उन्होंने अपनी विधानसभा सीट बरकरार रखी है.

तेजप्रताप यादव परिवार से दूरी बनाए हुए हैं. सदन में उनकी सीट उनके भाई और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बगल में है.

अभी तक तेज प्रताप के सीट बदलने के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, और सत्र के दौरान लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे लंबे समय के बाद पहली बार सदन में एक-दूसरे के बगल में बैठे नजर आएंगे.

पीएसके