नई दिल्ली, 20 मार्च . सरकारी स्वामित्व वाले रिन्यूएबल एनर्जी फाइनेंशियर, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने 1,247 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अपना पहला परपेचुअल बॉन्ड लॉन्च किया है.
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में एजेंसी ने कहा कि बॉन्ड 8.4 प्रतिशत के वार्षिक कूपन रेट पर जारी किए गए हैं.
कंपनी ने इसे अनुकूल बाजार स्थितियों का लाभ उठाते हुए अपने कैपिटल स्ट्रक्चर को अनुकूलित करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया.
इरेडा ने कहा, “यह ऐतिहासिक पहल मौजूदा सहायक बाजार स्थितियों का लाभ उठाते हुए कंपनी की पूंजी संरचना को अनुकूलित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.”
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने इस कदम के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “परपेचुअल बॉन्ड के माध्यम से कंपनी के पूंजी आधार को मजबूत करने से रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए फंडिंग बढ़ाने में मदद मिलेगी.”
उन्होंने कहा, “इससे भारत के स्वच्छ और अधिक सस्टेनेबल भविष्य की ओर बढ़ने में तेजी आएगी.”
इरेडा के बोर्ड द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपनी उधार सीमा बढ़ाने का निर्णय लेने के तुरंत बाद परपेचुअल बॉन्ड की शुरुआत की गई है.
कंपनी ने अपनी उधार सीमा 24,200 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 29,200 करोड़ रुपये कर दी है. अतिरिक्त धनराशि अलग-अलग वित्तीय साधनों के माध्यम से जुटाई जाएगी, इसमें टैक्सेबल बॉन्ड, परपेचुअल डेट इंस्ट्रूमेंट्स, बैंक लोन, इंटरनेशनल क्रेडिट लाइन्स, एक्सटर्नल कमर्शियल बॉरोइंग और शॉर्ट-टर्म लोन शामिल हैं.
बॉन्ड जारी करने के साथ ही, इरेडा ने यह भी घोषणा की कि उसे 19 मार्च को आयकर विभाग से 24.48 करोड़ रुपये का टैक्स रिफंड मिला है.
यह रिफंड आयकर आयुक्त (अपील) द्वारा असेसमेंट ईयर 2011-12 के लिए दी गई आंशिक राहत से जुड़ा है.
कंपनी ने कहा कि उसे 2010-11, 2012-13, 2013-14 और 2015-16 से 2018-19 सहित कई असेसमेंट ईयर के लिए लगभग 195 करोड़ रुपये के टैक्स रिफंड का इंतजार है.
इस घोषणा के बाद 20 मार्च को शुरुआती कारोबार के दौरान कंपनी के शेयरों में मामूली बढ़त दर्ज की गई. हालांकि, यह बढ़त ज्यादा देर तक नहीं टिकी क्योंकि बाद में शेयर 150.23 रुपये पर स्थिर कारोबार कर रहे थे.
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एसकेटी/एबीएम