मुंबई, 12 मार्च . ‘लाड़ली बहिन योजना’ को लेकर बुधवार को विपक्ष ने महाराष्ट्र विधानसभा में जोरदार हंगामा किया. विपक्षी विधायकों ने इस योजना को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए. जब सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला तो विपक्षी विधायक सदन का बॉयकॉट कर बाहर निकल आए.
मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मैंने, ‘लाड़ली-बहिन योजना’ को लेकर सरकार से जवाब मांगा कि महिलाओं के खाते में कब से 2100 रुपये दिए जाएंगे, लेकिन मेरे सवाल पर सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया. 2100 रुपये देने की सरकार की नीयत नहीं है. यह साफ स्पष्ट हो चुका है. सदन में हमने पूछा कि ‘लाड़ली-बहिन योजना’ के तहत अब तक कितने लाभार्थियों को योजना का लाभ पहुंचा है. इस पर भी सरकार ने गलत डाटा पेश किया है. उन्होंने कहा कि सरकार की स्थिति काफी खराब है. बीते तीन साल में इस सरकार पर 2,59,000 करोड़ का कर्जा हो गया है. सरकार ने योजना में भ्रष्टाचार किया है. महाराष्ट्र सरकार जनहित की योजनाओं को रोकना चाह रही है. चुनाव से पहले किसानों को कहा गया था कि कर्जा माफ करेंगे. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ है. 2700 किसानों ने एक साल के भीतर आत्महत्या की. इसके बावजूद सरकार गंभीर नहीं हुई है और किसानों का कर्जा माफ नहीं कर रही है. महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा कर सरकार अब मुकर गई है. सरकार ने अपनी नीयत स्पष्ट कर दी है.
बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 7.50 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया. उन्होंने सभी क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देकर महाराष्ट्र को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप दिखाया है.
उपमुख्यमंत्री ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान लाड़ली-बहिन योजना के तहत 2100 रुपये देने पर विपक्ष के आरोप पर उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कभी नहीं कहा कि लाड़ली बहन योजना के तहत महिला लाभार्थियों की मासिक वित्तीय सहायता तुरंत बढ़ाई जाएगी. हमने विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि सत्ता में आने के बाद हम सहायता राशि बढ़ाएंगे. क्या मैंने कभी इस बारे में बयान दिया है कि सहायता कब बढ़ाई जाएगी? इसके साथ ही मैंने कृषि ऋण माफी पर कभी कोई बयान नहीं दिया.
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