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Patna, 27 नवंबर . Samajwadi Party के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में करीब तीन करोड़ लोगों के वोट कटने पर आशंका जताई. सपा नेता उदयवीर सिंह ने Thursday को उनके बयान का समर्थन किया.
सपा नेता उदयवीर सिंह ने से बात करते हुए कहा, “जिस लापरवारी के साथ एसआईआर हो रहा है, जिस तरीके से यह प्रक्रिया कराई जा रही है, वह गलत है. बीएलओ डेटा पूरा करने के लिए मनमाने तरीके से फॉर्म भर रहे हैं, उससे बहुत सारे वोटर्स, जिन्हें कोई फॉर्म भरने की जरुरत नहीं, उन्हें भी नोटिस आएंगे. एसआईआर के माध्यम से लोगों को तमाम सुविधाओं से वंचित करने का प्रयास चल रहा है.”
उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव ने जो अनुमान लगाया है, वह गलत नहीं है. बिहार में ऐसा दिख चुका है. उत्तर प्रदेश चुनाव में समय होने के बावजूद, जिस तरीके की हड़बड़ी हो रही है, जिसमें तमाम लोगों की जान चली गई और कई लोग मानसिक अवसाद में हैं, इससे Government को कोई लेना देना नहीं है. Government सिर्फ Political हित और अपने अहंकार में एसआईआर करवा रही है.”
आईआईटी बॉम्बे के नाम पर हो रहे हालिया विवाद पर सपा नेता ने कहा, “नाम बदलना कोई बड़ी खबर नहीं है. इसे बदला जा सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि पुराने नाम विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाए हुए हैं, ऐसे में उससे खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. वहां के पूर्व छात्रों को जगह-जगह पर सफाई देनी पड़े, अगर ऐसा सिर्फ एक Chief Minister की मनमर्जी के कारण हो तो वह अच्छा नहीं है.”
दरअसल, Maharashtra Government आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलकर आईआईटी Mumbai करने का विचार कर रही है. इसके लिए राज्य Government केंद्र Government को चिट्ठी लिखेगी.
बता दें कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह पिछले दिनों आईआईटी बॉम्बे में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे और इस दौरान उन्होंने आईआईटी बॉम्बे के नाम पर टिप्पणी की थी. Maharashtra नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने जितेंद्र सिंह की टिप्पणी पर निशाना साधते हुए इसे Maharashtra से Mumbai को अलग करने की साजिश बताया था.
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एससीएच/डीएससी