छत्रपति संभाजीनगर, 19 अप्रैल . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा विनिर्माण में देश को आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की इच्छा सराहनीय है. उन्होंने कहा, “हम देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और देश इसमें सफल हो रहा है.”
रक्षा मंत्री ने कहा, “हमने अब देश में निर्मित रक्षा उपकरणों का निर्यात करना शुरू कर दिया है और हमने इस निर्यात को 600 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2,400 करोड़ रुपए कर दिया है. हमारी नीति रक्षा क्षेत्र में आवश्यक 500 से अधिक उत्पादों का घरेलू स्तर पर निर्माण करने की है. आयात को कम करने और रक्षा उत्पादों को बढ़ाकर तीन लाख करोड़ रुपए करने की योजना है.”
राजनाथ सिंह ने यह बात चैंबर ऑफ मराठवाड़ा इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर द्वारा आयोजित एक सेमिनार में कही. इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे. उन्होंने कहा, “रक्षा उपकरणों के लिए आवश्यक उत्पादों के आयात को कम करके देश आत्मनिर्भर बन रहा है. वर्तमान में देश में 500 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है.”
इस बीच, रक्षा मंत्री ने सीएम फडणवीस को आगे की चर्चा के लिए उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए दिल्ली आमंत्रित किया. उन्होंने कहा, “रक्षा उपकरण निर्माण क्षेत्र में असीमित अवसर हैं. छत्रपति संभाजीनगर के साहसी उद्यमियों को समायोजित करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में उद्यमियों का एक प्रतिनिधिमंडल आगे की चर्चा के लिए दिल्ली आना चाहिए.”
इससे पहले मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह से आग्रह किया कि छत्रपति संभाजीनगर में रक्षा क्लस्टर बनाया जाना चाहिए, खास तौर पर तब जब यहां उद्योग के लिए अच्छा पारिस्थितिकी तंत्र है और उद्यमियों की क्षमताओं को बढ़ावा दिया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि “छत्रपति संभाजीनगर अब महाराष्ट्र का औद्योगिक केंद्र बन रहा है. औद्योगिक एस्टेट के लिए अधिग्रहित लगभग 10 हजार एकड़ जमीन उद्योगों को वितरित की गई है और उद्यमियों की ओर से अभी भी मांग है. इसलिए, उद्योगों के लिए 8 हजार एकड़ और जमीन देने की योजना है. यहां जनशक्ति, संचार और ऊर्जा जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसलिए, उद्यमी अपने उद्यमों के लिए छत्रपति संभाजीनगर को चुनते हैं.”
–
एससीएच/एकेजे