मुंबई, 19 जून . निजी बैंकों की अपेक्षा सरकारी बैंक अधिक दक्षता के साथ कार्य कर रहे हैं. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक स्टडी में ये खुलासा हुआ है.
इस स्टडी में संसाधनों के उपयोग के आधार पर बैंकों की तुलना की गई, जिसमें सरकारी बैंकों को निजी की अपेक्षा बेहतर पाया गया.
एसबीआई ग्रुप के मुख्य आर्थिक सलाहाकार, सौम्य कांती घोष ने कहा कि नतीजे आम धारणओं के बिल्कुल विपरीत हैं. सरकारी क्षेत्र के बैंकों का प्रदर्शन निजी और विदेशी बैंकों की अपेक्षा काफी अच्छा है.
इसके अलावा यह स्टडी दिखाती है कि केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बैंकों में दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने के सभी प्रयास सफल हुए हैं.
स्टडी में बताया गया कि सरकारी बैंक, निजी बैंकों की अपेक्षा काफी दक्ष होते हैं. विलय और बिजनेस, ब्रांच और कर्मचारी के युक्तीकरण के कारण वित्त वर्ष 19-23 तक सरकारी बैंक, निजी बैंकों से पीछे रहे थे.
सरकार की ओर से किए गए ढांचागत बदलावों के कारण सरकारी बैंकों का दक्षता स्तर 82.8 प्रतिशत रहा है. वहीं, सभी कमर्शियल बैंकों में यह 81.2 प्रतिशत है. निजी और विदेशी बैंकों में दक्षता का स्तर क्रमश: 79.6 प्रतिशत और 78.2 प्रतिशत है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर ने पिछले 10 वर्षों में काफी लचीलापन दिखाया है और इस दौरान कई घरेलू और वैश्विक झटकों का सामना किया.
सरकारी बैंकों के पुर्नगठन के तहत बड़े बैंकों द्वारा छोटे और कमजोर बैंकों के अधिग्रहण के कारण उन बैंकों की दक्षता पर पड़ा है.
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एबीएस/