नई दिल्ली, 28 सितंबर . दिल्ली की ‘आप’ सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘विंटर एक्शन प्लान’ के बारे में बताया.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सर्दियों में दिल्ली के अंदर बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार ने 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान को घोषित किया है. इसके तीन फोकस बिंदु हैं. पहला दिल्ली में धूल के प्रदूषण को नियंत्रित करना, दूसरा गाड़ियों के प्रदूषण को रोकना और तीसरा बायोमास बर्निंग के प्रदूषण को रोकना है.
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में बारिश बंद होते ही धूल का प्रदूषण शुरू हो जाता है. इसके लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि सात अक्टूबर से सात नवंबर तक एक महीने दिल्ली के अंदर ‘एंटी डस्ट कैंपेन’ चलाया जाएगा. 13 विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है और उनकी 523 टीमें गठित की गई है. ये टीमें सात अक्टूबर से सड़क पर उतरेंगी और जगह-जगह निरीक्षण करेंगी. पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि सभी निर्माण कर रहे व्यक्ति, कंपनी और सरकारी विभागों को 14 सूत्रीय गाइडलाइंस को फॉलो करना अनिवार्य है. इसमें कंस्ट्रक्शन के चारों तरफ टिन की दीवार खड़ा करना, हरे नेट से कवर करना, एंटी स्मॉग गन को लगाना, पानी का छिड़काव करना शामिल है. सबको इसकी तैयारी करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है और उसके बाद अगर इसका उल्लंघन पाया जाता है तो सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. गोपाल राय ने बताया कि 13 विभागों में मुख्य रूप से डीपीसीसी, एमसीडी, रेवेन्यू, पीडब्ल्यूडी और एनडीएमसी की टीमें शामिल हैं.
कृत्रिम वर्षा को लेकर गोपाल राय ने कहा कि इसको लेकर करीब एक महीने पहले हमने केंद्र को चिट्ठी लिखी गई है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. कुछ दिनों बाद दोबारा संपर्क करने की कोशिश की जाएगी. मंत्री ने निवेदन करते हुए कहा कि हर साल केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्री एवं कृषि मंत्री और देश के पांच राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पर्यावरण और कृषि मंत्रियों के साथ संयुक्त बैठक बुलानी चाहिए, इससे जो भी प्लान बने, उसको प्रभावी रूप से लागू करने में मदद मिले.
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