Mumbai , 13 अक्टूबर . विशेषज्ञों का अनुमान है की सोने की मौजूदा शानदार तेजी 2025 में आगे भी जारी रहेगी और इस धनतेरस पर सोने की कीमतें 1.3 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं. 2026 की शुरुआत तक यही कीमतें 1.5 लाख रुपए के आंकड़े को भी छू सकती हैं.
यह उछाल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की मजबूत खरीदारी और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण है, जिससे पीली धातु के लिए निवेशकों की मांग मजबूत बनी हुई है.
बाजार विशेषज्ञों ने कहा, “रिकॉर्ड कीमतों पर भी केंद्रीय बैंकों और ईटीएफ की मजबूत खरीदारी, साथ ही आगामी ब्याज दरों में कटौती के बीच फिएट करेंसी में कम होते भरोसे के कारण सोने की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी.”
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर, इस हफ्ते दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट के लिए सोने की कीमतें 1,22,284 रुपओ प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी हैं.
विश्लेषकों ने कहा कि यह तेजी वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भू-Political तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के कारण है.
उन्होंने कहा, “कमजोर अमेरिकी डॉलर ने दूसरी मुद्राओं में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए सोना अधिक किफायती बना दिया है, जिससे मांग को बढ़ावा मिला है.”
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच Monday को सोने और चांदी की कीमतों में तेजी जारी रही.
शुरुआती कारोबार में, एमसीएक्स सोना दिसंबर वायदा 1.62 प्रतिशत बढ़कर 1,23,313 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि एमसीएक्स चांदी दिसंबर वायदा 3.44 प्रतिशत बढ़कर 1,51,577 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया.
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना Friday को 4,060 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो लगातार आठवीं साप्ताहिक बढ़त है, जबकि चांदी 1.1 प्रतिशत बढ़कर 51 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई.
कीमतों में यह ताजा उछाल ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार शुल्कों को लेकर तीखी बयानबाजी हुई है.
Sunday को चीन ने अमेरिका से नए शुल्कों की धमकी देना बंद करने और बातचीत पर लौटने का आग्रह किया और नए उपाय लागू होने पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी.
इससे पहले अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी थी और बाद में दूसरे बयान में अपना रुख नरम किया.
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एसकेटी/