ग्लोबल फिनटेक इंडस्ट्री की आय 14 प्रतिशत की दर से बढ़ी, भारत कर रहा नेतृत्व

नई दिल्ली, 26 जून . फंडिंग और वैल्यूएशन में बदलाव के बाद भी ग्लोबल फिनटेक इंडस्ट्री ने 2021 से 2023 तक 14 प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ दर्ज की है. बुधवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

इस रिपोर्ट में कहा गया कि भारत को डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) में निवेश करने का फायदा मिल रहा है.

बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) और क्यूईडी इन्वेस्टर्स द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि ब्राजील और भारत को डीपीआई में निवेश करने का फायदा मिल रहा है.

जब हम यूपीआई प्लेटफॉर्म का डेटा देखते हैं तो वित्त वर्ष 24 में इससे करीब 13,115 करोड़ लेनदेन हुए थे. इसकी वैल्यू करीब 200 लाख करोड़ रुपये थी. वित्त वर्ष 23 में यूपीआई पर करीब 8,376 करोड़ लेनदेन हुए थे और इसकी वैल्यू 139 लाख करोड़ रुपये थी.

भारत में 10,000 से ज्यादा फिनटेक कंपनियां हैं, जो कि अलग-अलग सेक्टर में काम कर रही हैं.

बीसीजी की रिपोर्ट में कहा गया कि इंडस्ट्री अब हर कीमत पर वृद्धि के लक्ष्य हटकर मुनाफे की तरफ जा रही है. औसत रूप से मार्जिन में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

वैश्विक वित्तीय इंडस्ट्री की कुल आय 14 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं, मुनाफा 3.2 ट्रिलियन डॉलर के करीब है.

रिपोर्ट में बताया गया कि वैश्विक फिनटेक मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. पिछले दो वर्षों में इसकी विकास दर 14 प्रतिशत रही है. अगर क्रिप्टो और चीन से जुड़े फिनटेक को हटा दिया जाता है तो ये 21 प्रतिशत पर पहुंचती है.

रिपोर्ट में नए इंडस्ट्री ट्रेंड के बारे में भी बताया गया और कहा कि एम्बेडेड फाइनेंस 2030 तक 320 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है और कनेक्टेड कॉमर्स भी तेजी से बढ़ेगा.

एबीएस/