उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की दशमी के दिन विसर्जन के लिए इजाजत नहीं मिलती, लेकिन मुहर्रम पर इजाजत मिल जाती है. यहां पर मां दुर्गा की पूजा करने के लिए अदालत से इजाजत लेनी पड़ती है. जब हिन्दू समुदाय द्वारा रामनवमी पर जुलूस निकाला जाता है तो शोभायात्रा पर पत्थर और बोतल फेंकी जाती हैं. महिलाओं और बच्चों को चोट आती है.
भाजपा नेता ने कहा, “ये जिहादी लोग हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित करते हैं. आज पश्चिम बंगाल में सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. राज्य में जो हालात हैं, मुझे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में कही यहां के हिन्दुओं को पश्चिम बंगाल छोड़कर दूसरे राज्यों की ओर पलायन करना होगा. ममता बनर्जी ने वोट बैंक की राजनीति के लिए पश्चिम बंगाल की दशा ऐसी कर दी है.”
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि पश्चिम बंगाल “हिंसा की राजधानी” बन गई है. सरकार कानून को अपनी जेब में लेकर घूमती है. एक खास समुदाय के लिए ममता सरकार काम कर रही है. उन्हें ऐसा लगता है कि वह बंगाल को आने वाले दिनों में बांग्लादेश में बदल देंगी.
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डीकेएम/एकेजे