गिरिराज सिंह ने कांग्रेस को जम्मू-कश्मीर चुनाव अकेले लड़ने की चुनौती दी

पटना, 26 अगस्त . पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया है कि अगर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस उनके एजेंडों को शामिल करने के लिए तैयार होती है, तो उन्हें इन दोनों ही पार्टियों का समर्थन करने में कोई दिक्कत नहीं है. उनके इस बयान के बाद जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है. इस बीच, बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने इन दलों को निशाने पर लिया है.

उन्होंने से बातचीत में महबूबा मुफ्ती को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “राहुल गांधी हों, मुफ्ती हों या फारूक अब्दुल्ला, ये सभी व्याकुल हैं. जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम किया, जिस तरह उन्होंने पत्थरबाजों पर कार्रवाई की, जिस तरह आतंकवाद की कमर तोड़ी, जिस तरह वहां पर्यटन को बढ़ावा दिया गया, उससे ये लोग घबरा गए हैं. इन लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अकेले लड़ने की ताकत नहीं है, इसलिए ये लोग एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं.”

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, “मैं दावे के साथ कहता हूं कि राहुल गांधी में भी अकेले चुनाव लड़ने की ताकत नहीं है. अगर है, तो मैं कहूंगा कि अकेले लड़कर दिखा दें या मुफ्ती लड़कर दिखा दें, या फारूक लड़कर दिखा दें, ये लोग मोदी जी से डर गए हैं. मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वो अकेले चुनाव लड़कर दिखा दें, नहीं तो मेरा उनसे सीधा सवाल है कि क्या वो पाकिस्तानी डिप्लोमेसी में फारूक अब्दुल्ला के साथ जाएंगे?”

इस बीच बीजेपी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 15 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की.

उधर, बीते दिनों जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के संबंध में कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर लिया है. जिसे लेकर बीजेपी ने तंज भी कसा था. बीजेपी ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस के पास अकेले चुनाव लड़ने का दम नहीं है, इसलिए वो अन्य दलों के साथ लड़ रही है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं. अनुच्छेद 370 के निरस्त किए जाने के बाद पहली बार यहां विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. यहां 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसे लेकर यहां खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. बीजेपी का दावा है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त किए जाने के बाद यहां विकास हुआ है. घाटी के लोग केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहे हैं.

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