लीड्स, 25 जून . भारत के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के हाथों एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले मैच में मिली हार के बाद, बल्लेबाजी और फील्डिंग में हुई गलतियों पर अफसोस जताया.
गिल ने मैच के बाद मंगलवार को कहा कि भारत इंग्लैंड के सामने 400 से ज्यादा का लक्ष्य रखने की योजना बना रहा था, लेकिन दूसरी पारी में निचले क्रम के एक और पतन के कारण स्कोर 364 तक सीमित रह गया. फील्डिंग में भी भारत की पकड़ ढीली रही और इस टेस्ट में कुल सात मौके गंवाए गए, जिनमें से दो अंतिम पारी में थे. बेन डकेट, जिन्हें दो बार जीवनदान मिला, ने उन मौकों का पूरा फायदा उठाते हुए 170 गेंदों पर 149 रन बनाए और इंग्लैंड को टेस्ट इतिहास में अपना दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने में मदद की.
गिल ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में कहा, “मुझे लगता है कि कल हम सोच रहे थे कि हम उन्हें 430-435 के आसपास का लक्ष्य देंगे और फिर पारी घोषित करेंगे. लेकिन दुर्भाग्य से हमारे आखिरी छह बल्लेबाजों ने मिलकर केवल 20-25 (31) रन ही जोड़े, जो कि अच्छा संकेत नहीं है. लेकिन आज भी उनके शानदार ओपनिंग स्टैंड के बाद हमारे पास मौके थे, पर यह मैच हमारे पक्ष में नहीं गया.”
पहली पारी में भारत ने आखिरी सात विकेट सिर्फ 41 रन पर गंवा दिए थे और दूसरी पारी में आखिरी छह विकेट 31 रन पर. गिल ने कहा कि शेष चार टेस्ट में टीम इस तरह के प्रदर्शन से बचने और फील्डिंग में सुधार की कोशिश करेगी.
गिल ने कहा, “हां, यह एक बात थी जिस पर हमने चर्चा की थी. लेकिन जब आप मैदान में होते हैं तो सब कुछ बहुत तेजी से होता है और मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक है जिन्हें हमें अगले मैचों में सुधारना होगा. ऐसी पिचों पर मौके आसानी से नहीं मिलते और हमने काफी कैच छोड़े. लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम युवा है, अब भी सीख रही है, और उम्मीद है कि आने वाले मैचों में हम इन पहलुओं पर बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.”
रवींद्र जडेजा के पास आखिरी दिन कुछ टर्न लेने वाला रफ जरूर था, लेकिन वे सिर्फ बेन स्टोक्स का विकेट ले सके और उन्होंने 24 ओवर में 104 रन देकर एक विकेट लिया. डकेट ने उन्हें रिवर्स-स्वीप के जरिए निशाना बनाया और जडेजा के खिलाफ 38 गेंदों में 38 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और एक सिक्सर शामिल था. गिल को लगता है कि जडेजा ने अच्छी गेंदबाजी की और अगर भारत अपने मौके पकड़ पाता तो नतीजा कुछ और हो सकता था.
गिल ने जडेजा के बारे में कहा, “उन्होंने शानदार गेंदबाजी की. मुझे लगता है कि उन्होंने हमारे लिए कुछ मौके भी बनाए. कुछ कैच ऊपर गए, जिन्हें शायद ऋषभ ने देखा नहीं. लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता है. आप उम्मीद करते हैं कि कुछ मौके ऐसे होंगे जो आपके पक्ष में नहीं जाएंगे.”
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