नई दिल्ली, 14 जनवरी . युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 23 जनवरी से बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कर्नाटक के ख़िलाफ़ होने वाले छठे दौर के रणजी ट्रॉफ़ी मैच में पंजाब के लिए उपलब्ध रहेंगे. हालांकि टीम की घोषणा अभी नहीं की गई है.
पंजाब की टीम में गिल की संभावित वापसी से उन्हें वसीम जाफ़र के साथ काम करने का मौक़ा मिलेगा, जो रणजी इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं और अब पंजाब के कोच हैं. यह ऐसे समय में हुआ है जब एशिया के बाहर जून 2021 से उन्होंने 18 पारियों में मात्र 17.64 की ख़राब औसत से रन बनाए हैं और उन पर सभी की नज़रें हैं, ख़ासकर तब जब भारत गर्मियों में पांच टेस्ट के लिए इंग्लैंड का दौरा करने वाला है.
उनकी वापसी होगी लेकिन टीम में वरिष्ठ खिलाड़ी अभिषेक शर्मा और अर्शदीप सिंह शामिल नहीं होंगे, जिन्हें 22 जनवरी से कोलकाता में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शुरू होने वाली पांच मैचों की सीरीज़ के लिए भारत की टी20 टीम में चुना गया है.
गिल ने पंजाब के लिए पिछली बार रणजी ट्रॉफ़ी 2022 में हिस्सा लिया था, जब उन्होंने अलूर में मध्य प्रदेश के ख़िलाफ़ क्वार्टर फ़ाइनल खेला था. उनकी वापसी ऐसे समय में हुई है जब भारतीय टीम प्रबंधन ने ऑस्ट्रेलिया में भारत की 1-3 से टेस्ट सीरीज़ हार के बाद राष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए सख़्त प्रोटोकॉल बनाए हैं.
मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने शीर्ष खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं से मुक्त होने पर अपनी-अपनी राज्य टीमों के लिए खेलने के लिए उपलब्ध रहने की बात की है.
गिल उन खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पांच पारियों में 31 रन बनाए. इस दौरान वह उंगली की चोट से भी घिरे और पर्थ में हुए सीरीज़ के पहले मैच में नहीं खेले. उन्होंने सीरीज़ में 18.60 की औसत से रन बनाए. उन्हें बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए भारत की एकादश में भी नहीं चुना गया, टीम प्रबंधन ने केएल राहुल को नंबर तीन पर उतारा, क्योंकि रोहित शर्मा ने सीरीज़ की शुरुआत दूसरे टेस्ट में मध्य क्रम में की थी, लेकिन वे फिर से ओपनिंग करने लगे.
उस समय टीम प्रबंधन ने कहा था कि गिल को बाहर नहीं किया गया और यह दुर्भायपूर्ण है कि टीम संतुलन की वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ा, क्योंकि भारत दो स्पिनरों रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को खिलाना चाहता था.
पंजाब की रणजी ट्रॉफ़ी प्लेऑफ़ में पहुंचने की उम्मीद ख़तरे में है, क्योंकि वे अभी ग्रुप ए में पांच मैचों में एकमात्र जीत के साथ पांचवें स्थान पर काबिज हैं.
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आरआर/