घाटशिला विधानसभा उपचुनाव: झामुमो के सोमेश सोरेन की जीत, भाजपा के बाबूलाल सोरेन को हराया

घाटशिला, 14 नवंबर . झापखंड के घाटशिला विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ Jharkhand मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने शानदार जीत दर्ज की. पार्टी उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन ने भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन को 38,524 मतों के हराया.

सोमेश सोरेन ने पहले ही राउंड से बढ़त बनाए रखी और मतगणना के साथ अंतर लगातार बढ़ता गया. उन्हें 1,04,794 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार को 66,270 वोट मिले. अन्य सभी 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.

झामुमो के मौजूदा विधायक रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा. पार्टी ने उनके बेटे सोमेश चंद्र सोरेन को उनके पिता की Political विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुना. वहीं, भाजपा ने यहां से पूर्व Chief Minister चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को मैदान में उतारा. इस मुकाबले को हेमंत सोरेन और चंपई सोरेन के बीच एक प्रतीकात्मक मुकाबले के रूप में देखा जा रहा था, दोनों ने ही अपनी Political यात्रा झामुमो से शुरू की थी.

पिछले साल हेमंत सोरेन के Chief Minister पद से हटने के बाद, चंपई सोरेन झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.

चुनाव प्रचार में, झामुमो ने दिवंगत रामदास सोरेन की विरासत और हेमंत सोरेन Government के प्रदर्शन के आधार पर वोट मांगे. इस बीच, भाजपा ने चंपई सोरेन के प्रभाव और पार्टी के संगठनात्मक नेटवर्क पर भरोसा जताया.

नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए, झामुमो महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि Jharkhand की धरती ने एक बार फिर भाजपा को नकार दिया है. उन्होंने आगे कहा कि हालांकि झामुमो ने चंपई सोरेन को प्रमुखता दी है, लेकिन जनता के फैसले से स्पष्ट है कि पार्टी के बाहर उनकी कोई Political हैसियत नहीं है.

Jharkhand लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के उम्मीदवार रामदास मुर्मू ने बढ़त बनाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें केवल 11,542 वोट ही मिले.

आपको बताते चलें, इस सीट पर 11 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 73.88 प्रतिशत मतदान हुआ था.

पीएसके