जर्मनी में नाजी-युग के नस्लवादी नारों पर आक्रोश के बाद कार्रवाई

बर्लिन, 25 मई ( /डीपीए). लोकप्रिय जर्मन रिसॉर्ट द्वीप सिल्ट के एक रेस्तरां में कुछ लोगों ने नाजी युग के प्रतीकों को प्रदर्शित करते हुए नस्लवादी नारे लगाए. मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आलोचना होने पर रेस्तरां के संचालकों ने इस प्रकार के व्यवहार को न देखने की बात कही.

कम्पेन के आलीशान रिसॉर्ट में प्रसिद्ध पोनी रेस्तरां के संचालकों ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “अगर हमारे स्टाफ ने इस व्यवहार पर ध्यान दिया होता, तो हम इसे तुरंत रोकते और पुलिस को सूचित करते.”

चंद सेकंड के वीडियो में युवाओं का समूह गिगी डी’ऑगोस्टिनो के हिट गीत ‘एल’अमोर टौजोर्स’ की धुन पर “विदेशियों को बाहर करो!” और “जर्मनी फॉर जर्मन्स” के नारे लगाते दिख रहा है.

एक आदमी अपने ऊपरी होंठ पर उंगलियां रखकर हिटलर की मूंछों की नकल करता हुआ दिखाई देता है.

देश की सुरक्षा एजेंसी मामले में शामिल लोगों की जांच कर रही है. जर्मनी में नाजी प्रतीकों और नाजी नारों का उपयोग असंवैधानिक है.

चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ सहित राजनेताओं ने वीडियो पर आश्चर्य व्यक्त किया.

देश के गृहमंत्री नैन्सी फेसर ने फंके मेडिएनग्रुप अखबार को बताया कि “जो कोई भी ‘जर्मनी जर्मनों के लिए और विदेशियों को बाहर करो’ जैसे नाजी नारे लगाता है, वह जर्मनी का अपमान करता है.”

विज्ञापन एजेंसी सर्विसप्लान ग्रुप ने शुक्रवार शाम इंस्टाग्राम पर घोषणा की कि उसने घटना में शामिल एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है. कंपनी ने कहा, “हम अपने एजेंसी समूह के भीतर किसी भी रूप में नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.”

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