पटना, 23 जुलाई . बिहार को भले ही विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, लेकिन, केंद्र सरकार ने बजट में कई तोहफे दिए हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट पेश किया. इस आम बजट में बिहार को सड़क, स्वास्थ्य के साथ बाढ़ नियंत्रण को लेकर कई सौगात दी गई है.
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि हम नेपाल की तरफ से बाढ़ नियंत्रण के लिए काम करेंगे. हमारी सिंचाई की परियोजनाएं हैं, उसे वित्तीय समर्थन देंगे. इसमें 11,500 करोड़ रुपए का आवंटन किया जाएगा. पेश बजट में अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की बात की गई है. इस कॉरिडोर के तहत गया में एक औद्योगिक केंद्र बनाया जाएगा, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि गया का यह केंद्र प्राचीन सांस्कृतिक केंद्रों को आधुनिक अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ेगा. गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर में धार्मिक पर्यटन विकसित किया जाएगा. नालंदा को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार सहायता देगी.
वित्त मंत्री ने बजट में बिहार में चार नए एक्सप्रेस वे बनाने के प्रस्ताव दिए हैं. आम बजट में बिहार में सड़क प्रोजेक्ट के लिए 26,000 करोड़ के पैकेज की घोषणा की गई. इसके अलावा 21,000 करोड़ के पावर प्लांट का भी ऐलान किया गया. केंद्र सरकार ने पटना से पूर्णिया के बीच एक्सप्रेस वे बनाने के लिए फंड देने का ऐलान किया है.
इसके अलावा बक्सर से भागलपुर के बीच हाईवे बनाया जाएगा. साथ ही बोधगया से राजगीर, वैशाली होते हुए दरभंगा तक हाईवे बनेगा. बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का एक पुल भी बनाया जाएगा. केंद्र सरकार बिहार में कई एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना करेगी. पीरपैंती में 2,400 मेगावाट का पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा.
निर्मला सीतारमण ने बिहार को अतिरिक्त आर्थिक मदद देने को लेकर कहा, “बिहार के पीरपैंती में 21,400 करोड़ रुपये की लागत से 2400 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र स्थापित करने सहित बिजली परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. बिहार में नए हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज और खेल बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा. बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाहरी सहायता के लिए बिहार सरकार के अनुरोध पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे पर हम बिहार के गया में औद्योगिक विकास करेंगे. इससे पूर्वी क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी. हम पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर राजमार्ग, बोधगया-राजगीर-वैशाली-दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं के विकास का भी समर्थन करेंगे और बक्सर में गंगा नदी पर 26,000 करोड़ रुपये की लागत से एक अतिरिक्त दो लेन का पुल बनाया जाएगा.”
–
एमएनपी/एबीएम